सुप्रीम कोर्ट ने डेढ़ दशक पुराने मामले में शशिकला और उनके दो सहयोगियों के साथ जयललिता को भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी पाया है. इसके बाद एक बार फिर उनके घर से मिली संपत्तियों का ब्यौरा चर्चा में आ गया है.
हालांकि कोर्ट में घसीटे जाने के बाद जयललिता ने सार्वजनिक जीवन में जेवरात से तौबा कर लिया था लेकिन नब्बे के दशक में उनके घर से मिली संपत्तियां सुर्खियां बटोरती रही.
पहली बार 1996 में जब जयललिता को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया, तब उनके पास से साड़ियों, गहनों, जूतियों और मंहगी घड़ियों के मिलने की खबर आई थी.
कहा जाता है कि उनके पास से लगभग 30 किलो हीरे जड़ित सोने के गहने, 10 हजार महंगी साड़ियां, 750 जोड़ी जूतियां, 91 डिजाइनर घड़ियां और 19 महंगी गाड़ियां बरामद की गई थी.
आरके नगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाली जयललिता की तरफ से चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में 41.63 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 72.09 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति की जानकारी दी थी. चुनाव के दौरान हलफनामे में उन्होंने कहा था कि 21 किलो 280 ग्राम सोने के आभूषण कर्नाटक में ट्रेजरी के पास जमा हैं जिसके मुल्यों का आकलन नहीं किया जा सका है.
आय से अधिक संपत्ति के मामले में जयललिता को 1996 और 2014 में जेल जाना पड़ा था. बाद में कोर्ट ने उन्हें बरी किया था. इस वजह से उन्हें 2014 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. कोर्ट से बरी होने के बाद वो फिर से तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनी.