यूपी विधान सभा को लेकर पहले चरण का मतदान 11 फरवरी को होना है। इस चुनाव में सबसे ज़्यादा दाग़ी उम्मीदवार भाजपा(BJP) के हैं। उसके बाद बसपा(BSP) और सपा(SP) का स्थान है। सबसे कम आपराधिक मामले वाले उम्मीदवार निर्दलीय हैं। जिस पार्टी को जनता ने लंबे अरसे के बाद पूर्ण बहुमत दिया, जिस पार्टी से प्रधानमंत्री बन के नरेन्द्र मोदी संसद के अंदर जून 2014 में अपराध मुक्त राजनीति की बात कर रहे थे, उसी भाजपा ने सबसे ज़्यादा अपराधियों को टिकट दिया है।
पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 15 जिलों की 73 विधान सभा सीटों के लिए मतदान होगा। इन विधान सभा सीटों पर कुल 838 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें से 836 प्रत्याशियों के चुनाव आयोग को दिए हलफनामे का विश्लेषण किया है। राज्य में कुल सात चरणों में मतदान होंगे। जिसके नतीजे 11 मार्च को आना है।
उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 98 राजनीतिक दल मैदान में होंगे। इनमें पांच राष्ट्रीय दल, आठ क्षेत्रीय दल, 85 गैर-मान्यता प्राप्त दल और 293 निर्दलीय अपनी किस्मत आजमाएंगे। पहले चरण में मैदान में उतर रहे प्रत्याशियों में 302 (36 प्रतिशत) ने खुद को करोड़पति बताया है। पहले चरण में उतर रहे प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 2.81 करोड़ रुपये है। वहीं जिन 836 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया गया उनमें से 168 ( 20 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले हैं। इनमें से 143 (17 प्रतिशत) पर गंभीर आपराधिक मामले हैं।
यूपी चुनाव चरण 1: 73 सीटें, 839 प्रत्याशी, कौन कितना अमीर
* 10 लाख से कम 244
* 10 लाख से 50 लाख तक 203
* 50 लाख से 2 करोड़ तक 167
* 2 करोड़ से 5 करोड़ तक 103
* 5 करोड़ रुपये या उनसे अधिक 119
उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव को लेकर उम्मीदवारों ने अपने हलफ़नामे में आपराधिक मामले चलने की जानकारी दी है उनमें से सबसे ज्यादा उम्मीदवार भाजपा(BJP) के हैं। उसके बाद बसपा(BSP) और सपा(SP) का स्थान है। सबसे कम आपराधिक मामले वाले उम्मीदवार निर्दलीय हैं।
यूपी चुनाव चरण 1: किस पर कितने आपराधिक मामले
* भाजपा – 29
* बसपा – 28
* सपा – 15
* कांग्रेस – 06
* रालोद – 19
* अन्य – 38
यूपी में पहले चरण में चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 5वीं से 12वीं पास हैं। उसके बाद स्थान है स्नातक या उससे अधिक तक की शिक्षा प्राप्त उम्मीदवारों की। वहीं कुछ उम्मीदवारों ने खुद को केवल साक्षर बताया है तो 15 ने खुद को निरक्षर।
*स्नातक या उससे अधिक – 336
*साक्षर – 64
*5वीं से 12वीं पास – 402, निरक्षर – 15
* स्नातक या अधिक 40 फ़ीसदी
* 5वीं से 12वीं पास 48 फ़ीसदी