अल्मोड़ा। उत्तराखंड के अल्मोड़ा स्थित बिनसर वन्य जीव अभ्यारण्य में गुरुवार को भड़की भीषण वनाग्नि में चार लोग जिंदा जल गये थे, जबकि चार गंभीर रूप से झुलस गये हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया था। अब बिनसर वन्यजीव अभ्यारण्य में वनाग्नि की घटना को सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत वन मंत्री सुबोध उनियाल ने भी इस मामले पर बड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में दो आईएफएस अफसरों को सप्सेंड किया है। एक आईएफएस अफसर को वन मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है। वहीं अब इस प्रकरण के सामने आने के बाद कई और बड़े अधिकारी भी रडार पर आ गए हैं। सरकार की तरफ से स्पष्ट संदेश दिया गया है कि ऐसी गलतियों के लिए छोटे अधिकारियों को कार्रवाई की जद में लाने के बजाय जिम्मेदार बड़े अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार सीसीएफ कुमाऊं पर इस मामले में कार्रवाई हो सकती है। सीसीएफ कुमाऊं को मुख्यालय में अटैच किया जा सकता है। कुमाऊं क्षेत्र में मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं से लेकर वनाग्नि की घटनाएं भी सरकार के लिए परेशानी बढ़ा रही हैं, साथ ही आम लोगों को भी तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री धामी की तरफ से दिए गए निर्देशों के क्रम में चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट पी के पात्रों को वन मुख्यालय में अटैच किया गया है। कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट कोको रोसे को फोन नहीं उठाने के कारण निलंबित किया गया है। इसके अलावा डीएफ ध्रुव मर्तोलिया को भी सस्पेंड किया गया है।
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