देहरादून। कल सोमवार को एक मार्च से शुरू हो रहे बजट सत्र के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आज रविवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैण) पहुंचे। इस दौरान वह कार से रानीखेत व द्वारहाट से होते हुए गैरसैंण पहुंचे और रास्तेभर जनता के ‘मन की बात’ सुनते रहे।
इस बारे में बात करने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता से संवाद के दौरान कई बार ऐसे सुझाव मिलते हैं जो ज्यादा व्यावहारिक होते हैं। नॉलेज शेयरिंग का यह सिलसिला स्वस्थ लोकतंत्र का लक्षण है। त्रिवेंद्र के अनुसार पिछले विस सत्र के दौरान वह सड़क मार्ग से ही गैरसैंण गए थे। उस दौरान उन्होंने स्थान-स्थान पर जनता से संवाद किया और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। जिसका असर बजट पर दिखा और जनता को भी इसका लाभ मिला।
गैरसैंण रवाना होने से पहले सीएम ने कुमाऊं मंडल भ्रमण के दूसरे दिन आज सुबह रानीखेत में हैड़ाखान मंदिर जाकर भोले बाबा के दर्शन किए। बजट सत्र के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हर विधानसभा का दौरा करेंगे। इस दौरान वह जन समस्याओं का सुनेंगे और मौके पर ही उसके समाधान का प्रयास करेंगे। त्रिवेंद्र ने कहा कि जनता और जनप्रतिनिधि के बीच निरंतर संवाद होना जरूरी है।
मुख्यमंत्री मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने अधिकतर विधानसभाओं का दो से तीन बार दौरा किया है। आने वाले समय में एक बार फिर हर विधानसभा का दौरा करूंगा। इस दौरान जनता से मिलूंगा और उनकी समस्याएं सुनूंगा। उनकी पूरी कोशिश है कि वह जनता से जितना अधिक संवाद कर सकते हैं, करेंगे। उनका मानना है कि जनता और जनप्रतिनिधि के बीच जितना अधिक संवाद होगा, उतना ही जनता के मन को समझने का अवसर मिलेगा और जन समस्याओं के समाधान का सटीक रास्ता निकलेगा।
