देहरादून। उत्तराखंड में इस साल चारधाम यात्रा 30 अप्रैल, 2025 (अक्षय तृतीया) से शुरू होने जा रही है। सबसे पहले गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, सबसे आखिर में 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। प्रत्येक वर्ष लाखों श्रद्धालु इस यात्रा पर आते हैं। इस बार यात्रा मार्ग को 10-10 किलोमीटर के हिस्सों में बांटा गया है। हर हिस्से में 6 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, अगर मौसम खराब होता है, तो यात्रियों को राहत देने के लिए 10 जगहों पर होल्डिंग स्थल बनाए गए हैं, यहां पर यात्रियों को खाने-पीने और अन्य जरूरी चीजें मिलेंगी।
चारधाम यात्रा में इस बार कुछ नए नियम बनाए गए हैं। पिछले साल वीडियो बनाने वाले यात्रियों की वजह से कई जगह पर व्यवस्था बिगड़ गई थी, केदारनाथ धाम में सिर्फ वीडियो बनाने के लिए ढोल-नगाड़े बज रहे थे, जिससे यात्रा पर आये श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, इसलिए इस बार प्रशासन व केदारनाथ-बद्रीनाथ पंडा समाज ने यह फैसला लिया है कि इस बार यात्रा में रील बनाने वालों को मंदिर में घुसने नहीं दिया जाएगा तथा कैमरा चालू करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। मंदिर परिसर में मंदिर के तीस मीटर के दायरे में कोई भी यात्री सोशल मीडिया से जुड़े उपकरण नहीं ले जा सकेगा। इसके लिए यहां चेकिंग की व्यवस्था की जाएगी। पुलिस के साथ आईटीबीपी और मंदिर समिति के कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। , इसके अलावा VIP दर्शन भी बंद कर दिए गए हैं। बद्रीनाथ धाम के पंडा पंचायत के कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया ने कहा कि पैसे लेकर दर्शन करवाना भगवान की मर्यादा के खिलाफ है। इसलिए इस बार सभी श्रद्धालु सामान्य दर्शन ही कर पाएंगे। इससे सभी श्रद्धालुओं को दर्शन करने का समान मौका मिलेगा।