देहरादून। कैलाश पर्वत का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। अब बुजुर्ग और बच्चे भी आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन कर पाएंगे। 15 नवंबर से पिथौरागढ़ के नैनी सैनी एयरपोर्ट से हवाई दर्शन सेवा शुरू होने जा रही है। ऐसे में अब बुजुर्गों और बच्चों को आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा कराई जाएगी।
जौलीग्रांट हेलिपैड से बदरी-केदार दो धामों के लिए उड़ान भरने वाली हेली कंपनी रुद्राक्ष एविएशन 15 नवंबर से पिथौरागढ़ के नैनी सैनी हवाई अड्डे से भगवान शिव के निवास स्थान आदि कैलाश और ओम पर्वत के लिए हवाई दर्शन सेवा शुरू करने जा रही है। यात्रा में बुजुर्गों के अलावा बच्चे भी भगवान शिव के निवास स्थान के दर्शन कर सकेंगे। हवाई यात्रा लगभग दो घंटे की होगी। नैनी सैनी एयरपोर्ट से एमआई 17 हेलिकॉप्टर सुबह करीब साढ़े आठ बजे 18 यात्रियों को लेकर उड़ान भरेगा और यह दिन में एक ही फेरा लगाएगा। हेलिकॉप्टर सेवा 15 नवंबर से फरवरी तक संचालित की जाएगी।
हेलिकॉप्टर में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क लगाना होगा। साथ ही मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट देना अनिवार्य होगा। यात्रा की बुकिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से होगी। फिलहाल संबंधित कंपनी ने पर्यटन विभाग और सरकार को यात्रा के संबंध में पूरा शेड्यूल बनाकर दे दिया है।
बता दें कि ओम पर्वत की ऊंचाई करीब 5,590 मीटर और आदि कैलाश की ऊंचाई करीब 6,638 मीटर है। रुद्राक्ष एविएशन का हेलिकॉप्टर श्रद्धालुओं को दोनों पर्वतों के दर्शन ऊपर से ही कराएगा, क्योंकि मैगनेटिक फील्ड होने की वजह से चढ़ाई करना मुश्किल है। यात्रा की बुकिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से होगी।