उत्तरकाशी। भारतीय सेना में लेह लद्दाख सीमा पर तैनात उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील के लाल श्रवण चौहान की अचानक तबीयत बिगड़ने से देहांत हो गया। श्रवण के निधन की सूचना से उसके गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर है।
जानकारी के मुताबिक बृहस्पतिवार को अचानक श्रवण चौहान (25) का स्वास्थ्य खराब होने पर सेना ने उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान श्रवण का देहांत हो गया. श्रवण का पार्थिव शरीर शुक्रवार आज सुबह चंडीगढ़ पहुंचाया गया है। चंडीगढ़ से भारतीय सेना एंबुलेंस के जरिए सड़क मार्ग से मृतक जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सरनौल पहुंचेगा। श्रवण कुमार चौहान पुत्र शूरवीर चौहान भारतीय सेना की 14वीं बटालियन में लेह लद्दाख सीमा पर तैनात थे।श्रवण सिंह चौहान 5 भाई बहनों में से चौथे नंबर के थे, उनका एक बड़ा व छोटा भाई भी सेना में कार्यरत हैं।
क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य आनंद सिंह राणा ने बताया कि बीते दिन सूचना मिलने पर गांव घर में मातम छाया हुआ है। परिजनों का रो-रो के बुरा हाल हो गया है। श्रवण चौहान की शादी नहीं हुई थी।
सीएम धामी ने जताया शोक…
वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर जवान के बलिदान होने पर शोक जताया। उन्होंने लिखा कि लेह लद्दाख में मां भारती की सेवा करते हुए विधानसभा यमुनोत्री के ग्राम सरनौल निवासी वीर श्रवण चौहान जी के शहीद होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।