देहरादून। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल और कांग्रेस नेता अजीज कुरैशी एक कार्यक्रम के दौरान हिन्दुओं को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुछ लोग हिंदुत्व की धार्मिक यात्राओं की बात करते हैं। जय गंगा मैया की, जय नर्मदा मैया की नारेबाजी करते हैं। यह बड़े शर्म की बात है। मुझे कुछ भी कहने में शर्म नहीं है। चाहे मुझे पार्टी से ही निकाल दें। लेकिन ये डूब मरने वाली बात है।
उन्होंने आगे कहा है कि नेहरू के वारिस कांग्रेसी आज धार्मिक यात्राऐं निकालते हैं। जय बोलते हैं, गर्व से कहो में हिंदू हूं, पीसीसी के दफ्तर में मूर्तियां बिठाते हैं, ये डूब मरने की बात है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजीज कुरैशी उत्तराखंड के राज्यपाल रह चुके हैं। उनका वायरल हो रहा ये बयान उन्होंने राजीव गांधी की जयंती पर 20 अगस्त को मध्य प्रदेश में दिया था। इसमें वो सिर्फ गंगा मैय्या पर ही नहीं बोल रहे ब्लकि कांग्रेसियों को भी लताड़ते नजर आ रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि “हम एक हद तक बर्दाश्त करेंगे, लेकिन जब पानी हद से गुजर जाएगा तो मुसलमानों ने हाथों में चूड़ियां नहीं पहन रखी है। 22 करोड़ में से एक दो करोड़ मर भी जाए तो कोई हर्ज नहीं है”।
पूर्व राज्यपाल ने कहा कि मैंने इसलिए कहा है, क्योंकि देश में मुसलमान खौफ के साये में जी रहा है। मुसलमानों को डराया धमकाया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस के धार्मिक कार्यों का जवाब देते हुए कुरैशी ने कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी बीच-बीच में हिंदुत्व की बात करने लगती है, जो गलत है। जैसे कांग्रेस दफ्तर में पूजा हो, मूर्तियां स्थापित हों, जय श्री राम के नारे लगें, यह नेहरू के ख्वाब का मर्डर करना है। कांग्रेस सेक्युलर पार्टी है, लेकिन कुछ लोग हैं जो इससे हटने की कोशिश कर रहे हैं उनको रोकने में लगा हूं’।
कुरैशी ने आगे कहा कि इस मुल्क में पहले कभी नहीं हुआ कि पीएम और गृहमंत्री के भाषणों से लोग डरें और मैं तो बोल रहा हूं कि भारत में मुस्लिम ‘शैडो ऑफ डेथ’ में जी रहा है। बुलडोजर जो चल रहे हैं घरों पर या जो एनकाउंटर हो रहे हैं। मैं नहीं बोल रहा कि सिर्फ मुस्लिमों पर हो रहा है, लेकिन कार्रवाई का जो रेसियो है वो इनको एंटी मुस्लिम दिखाता है।