- कोरोना की नई लहर चीन, सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और थाइलैंड में उभरी है
- भारत में एक हफ्ते कोरोना के 164 नए मामले, मुंबई में 2 मरीजों की मौत
- सिंगापुर में सबसे ज्यादा मामले हैं, नए Omicron सबवेरिएंट्स JN.1 और LF7 इसके कारण हैं
कोविड-19 एक बार फिर लौट आया है। चीन, सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और थाइलैंड जैसे एशियाई देशों में कोविड-19 की एक नई लहर उभरी है। कोरोना के फैलते इस असर से दुनिया भर में चिंता बढ़ गई है। सिंगापुर में 1 मई से 19 मई के बीच 3000 मरीज सामने आए हैं। अप्रैल के आखिरी हफ्ते तक ये संख्या 11,100 थी। यहां मामलों में 28% का इजाफा हुआ है। हॉन्गकॉन्ग में जनवरी से अब तक 257 मामले सामने आए हैं। इनमें से 30 की मौत हो चुकी है। चीन और थाईलैंड में भी अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं भारत की बात करें तो मुंबई के KEM अस्पताल में सोमवार को दो कोविड पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि इनकी मौत कोविड से नहीं, बल्कि उनकी पुरानी बीमारियों की वजह से हुई है। 12 मई से अब तक 164 नए मामले सामने आने के साथ ही भारत में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। भारत में अभी 257 एक्टिव COVID-19 के मामले हैं, जिनमें केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु सबसे आगे हैं। पिछले सप्ताह केरल में 69 नए मामले सामने आए। जबकि महाराष्ट्र में 44 और तमिलनाडु में 34 नए मामले सामने आए। अभिनेत्री शिल्पा शिरोडकर भी दूसरी बार कोविड पॉजिटिव आईं हैं। कोविड-19 के मामलों में आ रही इस उछाल का मुख्य कारण नए Omicron सबवेरिएंट्स, जैसे JN.1 और इसके संबंधित वेरिएंट LF7 को इसकी वजह माना जा रहा है।
क्या है ये JN.1 स्ट्रेन
JN.1, Omicron BA.2.86 वंशज है, जिसे अगस्त 2023 में पहचाना गया था। दिसंबर 2023 में इसे WHO द्वारा ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में क्लासिफाइड किया गया था। इस वैरिएंट में लगभग 30 म्यूटेशन होते हैं जो इम्यूनिटी से बचने के लिए होते हैं, जो उस समय के अन्य वैरिएंट्स से अधिक थे। हालांकि, BA.2.86 2023 के अंत में SARS-CoV-2 के प्रचलित स्ट्रेन के रूप में नहीं उभरा. JN.1, BA.2.86 का वंशज, अब एक या दो अतिरिक्त म्यूटेशन्स के कारण अधिक प्रभावी रूप से फैलने में सक्षम है। जबकि यह अपने पूर्वज की तरह ही इम्यूनिटी से बचने की विशेषता बनाए रखता है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी का कहना है कि JN.1 अब अधिक प्रभावी तरीके से फैलने के लिए विकसित हो गया है।
कोरोनावायरस के JN.1 वैरिएंट के लक्षण
JN.1 के लक्षणों की तुलना कोरोनावायरस के अन्य वैरिएंट से की जा सकती है, जिसमें सूखी खांसी, स्वाद या गंध का न आना, सिरदर्द, बहती या बंद नाक, थकावट, गले में खराश, बुखार और अन्य शामिल हैं। जॉन्स हॉपकिन्स के अनुसार, कुछ सुझाव हैं कि JN.1 पिछले वैरिएंट की तुलना में अधिक दस्त का कारण बन सकता है। अन्य लक्षणों में थकान और थकावट शामिल हो सकती है।
हालांकि सरकार के मुताबिक भारत में कोविड-19 की स्थिति अभी कंट्रोल में है। मुंबई में डॉक्टरों ने और भी हल्के लक्षणों वाले मामले देखे हैं, खासकर युवाओं में, लेकिन नई लहर का कोई जानकारी नहीं मिली है। भारतीय हेल्थ एक्सपर्ट्स ने पड़ोसी देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए सावधानी बरतने और वैक्सीन्स लेने की सलाह दी है।