देहरादून: राजधानी देहरादून में बीते 11 नवंबर को हुए सड़क हादसे की गुत्थी अभी तक भी सुलझ नहीं पाई है। पुलिस को टोयोटा के साथ जेपीआरआई (जेपी रिसर्च इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। टोयोटा की टेक्निकल टीम ने घटनास्थल के साथ दुर्घटनाग्रस्त इनोवा कार का निरीक्षण किया। टोयोटा की टेक्निकल टीम ने प्राथमिक जांच में हादसे के दो कारणों का जिक्र किया है। वहीं, घटना वाली रात जिस लाल गाड़ी से रेस लगाने की बात कही जा रही थी, उस लाल गाड़ी को भी पुलिस ने ढूंढ लिया है।
बता दें कि, जेपी रिसर्च इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सड़क सुरक्षा अनुसंधान फर्म है, जो भारत में सड़क हादसे से होने वाली मौतों का कम करने के उद्देश्य से घटनास्थल पर दुर्घटना की जांच और एकत्र डेटा पर स्टडी करती है।
टोयोटा की टेक्निकल टीम ने बताए दो कारण: पुलिस के मुताबिक, टोयोटा की टेक्निकल टीम ने हादसे के दो कारण बताए हैं. पहला ओवरस्पीड हो सकती है। साथ ही निरीक्षण के दौरान ये भी सामने आया कि पानी की बोतल भी ब्रेक के नीचे फंसी हुई थी। इससे ये भी माना जा सकता है कि बोतल के कारण ब्रेक ही न लग पाया हो। बता दें कि पहले जिस लाल गाड़ी से रेसिंग की बात कही जा रही थी, उसी गाड़ी में सवार युवक घायल छात्र को हॉस्पिटल लेकर गया था।
हादसे में 6 लोगों की गई थी जान: दरअसल, 11 नवंबर रात को करीब दो बजे देहरादून के ओएनजीसी चौक पर तेज रफ्तार इनोवा कार, एक कंटनेर से टकराने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में 6 छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई थी। सभी की उम्र महज 19 से 24 साल के बीच थी। वहीं एक छात्र गंभीर रूप से घायल हुआ था, जिसका हॉस्पिटल में अभी भी उपचार चल रहा है।
हादसा कैसे हुआ इसको लेकर कुछ सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है। क्योंकि हादसे के समय ओएनजीसी चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरों में टेक्निकल कारणों से रिकॉर्डिंग नहीं हो पाई। वहीं हादसे में घायल छात्र भी अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है।