देहरादून। हर्बल फैक्ट्री की आड़ में नशीली दवाइयों का निर्माण करने वाली अवैध फैक्ट्री का दून पुलिस ने भंडाफोड किया है। पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा मे नशीली दवा और सिरप बरामद किए हैं।
आरोपियों द्वारा नशे की सामग्री तैयार करने में प्रतिबंधित केमिकल और सॉल्ट का इस्तेमाल किया जाता था। फैक्ट्री संचालक डिमांड के हिसाब से ही नशीली दवाएं बनाता था। वह पकड़े जाने के डर से कभी भी नशीली दावाओं का स्टॉक नहीं रखता था। आरोपी द्वारा पूर्व में सेलाकूई क्षेत्र में एक फैक्ट्री में काम करता था। जहां से उसने नशीली, नकली दवाई बनाने की काम सीखा। फिलहाल पुलिस ने सहसपुर थाना में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया पुलिस टीम ने फैक्ट्री के मालिक संजय कुमार सहित दो अन्य आरोपी शिवकुमार तथा रहमान को गिरफ्तार किया है। जिससे पूछताछ की गई है। उन्होंने दो अन्य आरोपी ऋषभ जैन व कन्हैयालाल के भी उनके साथ अवैध नशीली दवाइयों के निर्माण में शामिल होने की जानकारी दी। जिनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।विकासनगर सीओ भास्कर लाल शाह ने बताया लांघा रोड स्थित हर्बल दवाइयां बनाने के काम के लिए लाइसेंस प्राप्त था। उनके द्वारा कुछ नशीली दवाइयां बनाई जा रही थी। संयुक्त टीम ने नशीले कैप्सूल, टेबलेट व नशीले सिरप भारी मात्रा में बरामद किये हैं।
बता दें कि उत्तराखंड सरकार और उत्तराखंड पुलिस उत्तराखंड के युवाओं को नशे से दूर करने के लिए कई तरह के जागरूकता प्रोग्राम समय-समय पर आयोजित कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य को नशा मुक्त करने के लिए ड्रग फ्री देवभूमि मिशन 2025 शुरू किया था, जिसके तहत एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स को एडवांस टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट्स से लैस कर उसे मजबूत बनाया जाएगा। इसके अलावा मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े लोगों की संपत्ति कुर्क करने के साथ-साथ उन पर गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई भी की जा रही है।