उत्तरकाशी। धराली आपदा में जिंदगी की तलाश जारी है। हर्षिल सैन्य कैंप और हेलिपैड में तबाही मचाने वाली तेलगाड के मुहाने पर एकत्रित मलबा अभी भी बड़ा खतरा बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर खीरगंगा की तबाही की कहानी करीब पिछले सात से आठ वर्षों से बन रही थी। क्योंकि वहां पर आसपास की बुग्याल की भूमि पर लगातार कटाव जारी था। कई वर्षों में पहली बार क्षेत्र में अधिक बारिश होने के कारण उसने पानी और मलबे के रूप में तबाही का रूप ले लिया।
धराली, हषिल क्षेत्र में ड्रोन उड़ने पर जिला प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया। अपर जिला अधिकारी मुक्त मिश्रा ने इस संबंध में जानकारी दी। बताया कि इससे हेलिकॉप्टरों के उड़ान में बाधा हो सकती है। अपराह्न तीन बजे तक मातली हेलीपैड पर 124 लोगों को और चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर 53 लोगों को रेस्क्यू कर लाया जा चुका है।
उत्तरकाशी के धराली में आई प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर तत्काल प्रभाव से गौरव चटवाल PCS-2023 को जिलाधिकारी उत्तरकाशी कार्यालय से अटैच किया है। शासन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। जिसमें गौरव चटवाल को 10 दिन के लिए जिलाधिकारी उत्तरकाशी के कार्यालय में कार्यभार संभालने का निर्देश दिया गए हैं।
