देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बारिश का सिलसिला जारी है। बारिश ने पहाड़ों में कहर बरपाया हुआ है। चमोली में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुरसाडी के पास मलबा आने के कारण हाईवे बंद हो गया है। जिसके चलते कई वाहन मार्ग पर ही फंस गए हैं। इसके अलावा नन्दप्रयाग के पास बद्रीनाथ हाईवे बन्द होने के कारण वाहनों की आवाजाही नन्दप्रयाग-कोठियालसैण वैकल्पिक मार्ग से करायी जा रही है। बता दें चमोली में हो रही बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं। बारिश के कारण पहाडों पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है।
वहीं मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ इलाकों में मूसलाधार बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, अन्य जिलों में भी कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगस्त के आखिर तक तेज बारिश होने से पर्वतीय जिलों के संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन होने की संभावना है। ऐसे में इन इलाकों में दिन और रात के समय सतर्कता के साथ रहने की हिदायत दी गई है।
उत्तराखंड में इस बार वर्षाकाल शुरू होने के बाद जुलाई में प्रदेश में सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। हालांकि, इसमें कुछ जिलों में बेहद कम वर्षा थी तो कहीं रिकार्ड वर्षा हुई। अब अगस्त में भी मौसम का पैटर्न इसी प्रकार का बना हुआ है। अब तक औसत वर्षा 11 प्रतिशत अधिक हुई है। हालांकि, इसमें छह जिलों में सामान्य से कम वर्षा रिकार्ड की गई है, लेकिन शेष सात जिलों में वर्षा अधिक हुई है। इसके साथ ही जिलों के कहीं-कहीं अतिवृष्टि की स्थिति रही तो कहीं वर्षा हल्की बौछारों तक ही सिमटी रही।