नई दिल्ली। पाकिस्तान ने भारत के बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ को वापस लौटा दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने अटारी वाघा सीमा के रास्ते बीएसएफ कॉन्स्टेबल को वापस भेजा है। वे पिछले करीब बीस दिनों से पाकिस्तान के कब्जे में थे।
जवान पूर्णम कुमार शॉ की गर्भवती पत्नी, पति की वापसी के लिए लगातार प्रयास कर रही थीं। कल जब उन्हें अपने पति की वापसी की खबर मिली तो वो बेहद भावुक नजर आईं, उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी, सीएम ममता बनर्जी और देश की जनता को दिल से धन्यवाद दिया।
मीडिया से बात करते हुए पूर्णम कुमार शॉ की पत्नी रजनी साहू ने कहा कि’ पीएम मोदी की वजह से ही ये सब संभव हो पाया है, उनकी वजह से आज मेरा सुहाग लौट आया है, मैं और मेरा पूरा परिवार उनका आभार व्यक्त करता है, आज परिवार के लिए बहुत बड़ा दिन है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।’
BSF जवान शॉ ने बताई 20 दिन की आपबीती
आपको बता दें कि बीते 20 दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच काफी कुछ चला है। ऐसे में पूर्णम कुमार शॉ के वो बीस दिन कैसे गुजरे, जब वो पाकिस्तान में थे, बारे में जो बताया है, वो काफी दिल दहलाने वाला है। हिरासत में रहने के दौरान ‘उन्हें नींद से वंचित रखा गया, उन्हें ब्रश नहीं करने दिया गया।’ खबर के मुताबिक पूर्णम की आंखों पर पट्टी बांधकर तीन अज्ञात स्थानों पर ले जाया गया। एयरबेस के पास एक जगह पर उन्हें विमान की आवाज़ें सुनाई दे रही थीं, एक स्थान पर उन्हें जेल की कोठरी में रखा गया था।
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात वरिष्ठ अधिकारियों के बारे में जानकारी मांगी
उनका कहना है कि ‘उनसे जो लोग पूछताछ करने के लिए आते थे, वो सिविल ड्रेस में होते थे। पाकिस्तानी अधिकारियों ने शॉ से सीमा पर बीएसएफ की तैनाती के बारे में पूछताछ की और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात वरिष्ठ अधिकारियों के बारे में जानकारी मांगी।’