जम्मू कश्मीर। जम्मू में आतंकवादी हमलों की बढ़ती घटनाओं से सेना से लेकर पुलिस तक की टेंशन बढ़ गई है। एक महीने के भीतर जम्मू क्षेत्र में पांच बड़े आतंकी हमलों ने एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। कठुआ के बिलावर के बदनोता इलाके में जेंडा नाले के पास सोमवार दोपहर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया। इस हमले में एक नहीं, बल्कि दो सैन्य वाहनों को निशाना बनाया गया।
ये दोनों वाहन करीब-करीब 200 मीटर की दूरी पर चल रहे थे। आतंकियों ने इलाके की रेकी कर रखी थी। सेना का काफिला हमले से कुछ घंटे पहले ही लोहाई मल्हार की ओर गया था। ऐसा अंदेशा है कि आतंकी घात लगाकर वाहनों के लौटने का इंतजार कर रहे थे। आतंकियों ने बाकायदा यहां दो लोकेशन चुनीं। उन्हें अंदाजा था कि दोनों वाहनों में दूरी है।
ऐसे में आतंकियों के एक दल ने आगे चल रहे तिरपाल से ढके सैन्य ट्रैक पर ग्रेनेड दाग दिया। यह ग्रेनेड वाहन के पिछले हिस्से के भीतर जा गिरा और फट गया। इसी बीच आतंकियों ने पीछे चल रहे दूसरे सैन्य वाहन पर भी ग्रेनेड फेंककर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। सेना को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पहाड़ी की ऊंचाई पर मोर्चा बनाकर बैठे आतंकियों ने दोनों वाहनों के चालकों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की थी। यह हमला ठीक उसी तरह से था, जिस तरह से आतंकियों ने शिवखोड़ी से लौट रहे श्रद्धालुओं की बस पर और पुंछ में हुए एयरफोर्स के वाहन पर किया था।वाहनों से निकलकर मोर्चा संभालने के लिए जैसे ही सेना के जवान बाहर निकले वैसे ही आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
हमले में एम-4 कारबाइन के इस्तेमाल की आशंका
आतंकियों के इस हमले में भी एम-4 कारबाइन का इस्तेमाल स्नाइपिंग के लिए किए जाने का शक है। ऐसे ही हीरानगर के सैडा सोहल में भी एक आतंकी ने स्नाइपिंग करते हुए पुलिस के आला अधिकारियों के वाहनों पर गोलीबारी की थी।
सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान की ओर से हाल-फिलहाल के जम्मू संभाग में हुए हमलों में स्नाइपरों का इस्तेमाल शुरू किया गया है, जो घात लगाकर हमला करते हैं। हीरानगर के सैडा सोहल में मारा गया एक आतंकी स्नाइपर था। उसके पास टेलीस्कोप लगी एम-4 कारबाइन बरामद हुई थी। यह भी आशंका है कि आतंकवाद को जम्मू संभाग में बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान अपने एसएसजी के पूर्व कमांडो को आतंकी बनाकर भारतीय सीमा में भेज रहा है।
उत्तराखंड के पांच जवान शहीद
आतंकी हमले में कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी, रुद्रप्रयाग निवासी नायब सूबेदार आनंद सिंह, लैंसडाउन निवासी हवलदार कमल सिंह, टिहरी गढ़वाल निवासी नायक विनोद सिंह, रिखणीखाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी ने बलिदान दिया है।