देहरादून। उत्तराखंड में प्रचंड गर्मी की मार झेल रहे लोगों को बारिश होने से राहत मिली है। वहीं प्रदेश के कई हिस्सों में आसमान में बादल छाए हुए हैं, जिससे तापमान में गिरावट आ गई है। अचानक मौसम में आए बदलाव को मानसून की दस्तक से पहले की सुगबुगाहट मानी जा रही है। उत्तराखंड मौसम विभाग ने राज्य के पर्वतीय जनपदों के कुछ स्थानों और मैदानी जनपदों में कहीं-कहीं गरज के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के पहाड़ी और मैदानी जिलों में बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है, साथ ही मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के महानिदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक अगले हफ्ते 27, 28 और 30 जून को प्रदेश के ज्यादातर जिलों में भारी से भारी बारिश होने का अनुमान है। इसके लिएऑरेंज अलर्ट किया गया है। इसके साथ ही पहाड़ों पर भूस्खलन होने की भी संभावना है। भूस्खलन के कारण रास्ते बाधित हो सकते हैं।
उन्होने कहा कि समस्त जिला, परगना, विकास खण्ड एवं सम्बन्धित क्षेत्र के अधिकारी अपने-अपने मुख्यालय पर बने रहेंगे तथा अधिकारी, कर्मचारी अपने मोबाइल 24 घंटे ऑन रखेंगे तथा प्रत्येक घण्टे की आपदा सम्बन्धी सूचना तहसील कन्ट्रोल रूम एवं जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र 05946-231178 / 231179 तथा ट्रोल फ्री नम्बर 1077 पर आवश्यक रूप से सूचना उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
चार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी…
मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में कुमाऊं मंडल के चार जिलों में भारी से भारी बारिश हो सकती है। नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के साथ ही बिजली चमकने के भी आसार हैं। इस से कच्चे मकानों को नुकसान होने की भी आशंका है।
चारधाम यात्री बरते सतर्कता…
प्रदेश में भारी से भी भारी बारिश का अलर्ट जारी गहोने के होने के बाद चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। बारिश के कारण कहीं-कहीं पर नदियों में जलस्तर बढ़ने एवं रास्तों आदि में जलभराव होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में हल्का भूस्खलन और पत्थरों के गिरने की आशंका भी है।