पौड़ी-राज्यसभा सदस्य व राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी के मंगलवार को जनपद पौड़ी के कोट ब्लॉक स्थित अपने पैतृक गांव नकोट गांव से मेरा बूथ सबसे मजबूत अभियान की शुरुआत करते हुए पौड़ी के विधायक मुकेश कोली के साथ उन्होंने अपने घर में पार्टी का चुनाव चिह्न कमल का फूल का बोर्ड लगाने के साथ घर के दरवाजों पर अभियान के स्टीकर चस्पा कर किया। डेढ़ साल बाद अपने पैतृक गांव नकोट पहुंचे सांसद अनिल बलूनी ने यहां मंगलवार की सुबह पैतृक गांव में कुल देवी माता चंद्रबदनी और क्षेत्रपाल देवता डांडा नागराजा की पूजा अर्चना की। अनिल बलूनी पिछले लम्बे समय से बीमारी से जूझते हुए बीमारी को मात दी। चिकित्सकों की सलाह पर वह कोरोना संकट के चलते दिल्ली में ही रहे। उन्होंने इस बीच अपने गांव से अभियान के जरिये संपर्क बनाए रखा। डेढ़ वर्ष बाद वह अपने पैतृक गांव पहुंचे हैं। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी कर खुद उत्तराखंड पहुंचने की जानकारी सांझा की थी।

राज्यसभा सदस्य व राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने स्थानीय ग्रामीणों और पार्टी प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात के दौरान बताया कि पिछले डेढ़ वर्ष वह बीमारी से जूझते रहे लेकिन, मैंने कभी भी अपने गांव अपनी संस्कृति और उत्तराखंड से उनका लगाव कम नहीं हुआ। बीमारी के दौरान भी मेरा उत्तराखंड से संपर्क नहीं टूटा। मेरा पूरा जीवन उत्तराखंड के लिए समर्पित है। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने कहा कि उत्तराखंड के विकास को लेकर मेरी जो भी हिस्सेदारी निर्धारित है उसे मैं पूरा करूंगा। उन्होंने बताया कि लंबी बीमारी को पराजित करने में तमाम जनता की दुआएं अपनी जगह काम कर रही थी। मेरी कुलदेवी मां चंद्रबदनी और क्षेत्रपाल देवता डांडा नागराजा का आशीर्वाद मेरे साथ था। मुझे नया जीवन मिला है। अपने लोगों के बीच भावुक हुए राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने बताया कि मैं जब बीमार था तो मैंने यह संकल्प लिया था कि जब मैं स्वस्थ हो जाऊंगा तो अपनी कुलदेवी और इष्ट देवता की पूजा के साथ अपनी राजनीतिक गतिविधियां शुरू करूंगा। मंगलवार को कुलदेवी और इष्ट देवता की पूजा अर्चना के पश्चात मैंने डेढ़ वर्ष बाद अपनी राजनीतिक गतिविधियां शुरू कर दी है। यही कारण है कि अपने घर से और गांव से मैंने मेरा बूथ सबसे मजबूत अभियान की शुरुआत की है। इस मौके पर दायित्वधारी राजेंद्र अंथवाल, ब्लाक प्रमुख पूर्णिमा नेगी, प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला, अनिल गुसाईं, संजय बलूनी, गौरव कैंथोला आदि मौजूद रहे।