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डॉ. निशा मर्डर : ‘स्टैच्यू’ के खेल ने बचाई मासूम बेटी और बेटे की जान!

  • आगरा में दिनदहाड़े घर में ही डॉ. निशा सिंघल की चाकुओं से गोदकर कर दी थी हत्या
  • केबल ठीक करने के बहाने घर आया था शुभम, लूट के लिए ली डॉ. निशा की जान
  • बच्चों के गर्दन पर किया वार तो बहन ने भाई को किया स्टैच्यू का इशारा
  • दोनों ने किया बेहोशी का ड्रामा, शुभम ने दोनों को मरा समझकर छोड़ा

आगरा। ताजनगरी में डेंटल सर्जन डॉ. निशा सिंघल की हत्या ने सबको दहला दिया। आरोपी शुभम ने जहां डॉक्टर पर चाकू से कई वार किए तो बच्चों को भी नहीं बक्शा। हालांकि डॉक्टर की आठ साल की बेटी ने सूझबूझ से काम लिया और अपने साथ ही अपने चार साल के भाई जान बचा ली। जब शुभम ने उसके भाई पर चाकू से वार किया उसने तुरंत भाई को स्चैच्यू बोला। इसके बाद दोनों ने बेहोशी का ड्रामा किया। शुभम को लगा कि वे मर गए और वह चला गया।
डॉ. निशा की बेटी अनिशा (8) और बेटा अदवय (4) इस घटना के चश्मदीद गवाह है। पुलिस ने आरोपी शुभम को आज शनिवार एक मुठभेड़ में पकड़ लिया। आरोपी के पैर में गोली लगी है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर पूछताछ में बच्चों ने घटना की आंखोंदेखी बयां की तो पुलिस वालों ने बच्चों की सूझबूझ की जमकर तारीफ की।
अनिशा ने बताया कि घर में केबल नहीं चल रहा था। मां ने शुभम को बुलाया था। शुभम घर आया था, तब दोनों बच्चे घर के एक कमरे में थे। मां की आवाज सुनकर दोनों बाहर निकले तो देखा कि शुभम उनकी मां पर चाकू से वार कर रहा है। दोनों घबरा गए।
अनिशा ने बताया कि शुभम दोनों की तरफ लपका। उसने अदवय के गले पर चाकू रखा तो एनि ने उसे स्टैच्यू बोल दिया। अदवय जमीन पर ऐसे ही लेट गया। शुभम को लगा कि वह मर गया। उसके बाद वह एनि की तरफ लपका। उस पर भी चाकू से वार किया तो उसने भी बेहोशी का ड्रामा किया।
शुभम ने सोचा कि दोनों बच्चे मर गए हैं। वह उन्हें वहां ऐसे ही छोड़कर चला गया। दोनों बच्चे शुभम के जाते ही दौड़कर कमरे के बाथरूम में जाकर छिप गए। जब दोनों के पापा घर आए तो आवाज सुनकर बच्चे चिल्लाए और पापा के आने पर बाहर निकले।
मृतक चिकित्सक के बच्चों ने बताया कि अंकल (हत्यारोपी) चार दिन से फोन कर रहे थे। कह रहे थे कि रिचार्ज खत्म होने वाला है, दिक्कत आएगी। मां को दिन में समय नहीं मिलता था। मरीज देखने में व्यस्त रहती थीं। पापा भी अस्पताल चले जाते थे। मां ने कहा था कि जब वह घर पर होंगी और उनके पास समय होगा तो फोन कर लेंगी। इससे माना जा रहा है कि आरोपी ने कई दिन पहले ही इस वारदात की साजिश रची थी। 
सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि युवक काफी सोच-विचार करने के बाद घर में घुसा। उसने चिकित्सक के घर के बाहर बाइक खड़ी की लेकिन एकदम से अंदर नही गया। काफी देर तक कुछ सोचता रहा। उसने इधर उधर भी देखा। दो मिनट तक घर के बाहर खड़ा रहा। सब्जी वाले के दूर चले जाने के बाद घर में घुसा।

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