- जैविक खेती की ओर लौटे किसान
- 8046 किसान कर रहे है। 13404 हेक्टेयर भूमि में जैविक खेती
ग्वालदम से गजे सिंह बिष्ट
चमोली में किसानों का रुझान जैविक खेती की ओर बढ़ रहा है। बाजार में भी जैविक उत्पादों की अच्छी मांग है। इस समय जिले के 8046 किसान 13404 हेक्टेयर जमीन पर जैविक खेती कर रहे हैं। कृषि विभाग ने भी इस साल 5 हजार हेक्टेयर भूमि को जैविक खेती के लिए मजदूर किया है। चमोली जिले में 34820 हेक्टेयर कृषि भूमि है। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग तीन प्रकार की योजनाओं को संचालित कर रहा है। एडोप्शन सर्टिफिकेट अंडर फार्मिंग योजना के तहत जैविक उत्पाद परिषद किसानों को आर्गेनिक सर्टिफिकेट जारी करता है। जिले के 5500 किसानों को यह सर्टिफिकेट दिया जा चुका है। परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत भी किसान जैविक खेती कर रहे हैं। नमामि गंगा योजना के तहत 220 हेक्टेयर भूमि पर खेती हो रही है। देवाल ब्लाॅक में 1640 हेक्टेयर भूमि पर जैविक खेती की जा रही है। देवाल ब्लाॅक जैविक ब्लाॅक घोषित किया जा चुका है। यहां के किसान मंडुआ, झंगोरा, दाल, राजमा, गहत आदि सभी तरह की सब्जियों का उत्पादन जैविक तरीके से कर रहे हैं। कृषि अधिकारी राजकुमार दोहरे के अनुसार जैविक उत्पादों की अच्छी डिमांड है। इससे किसानों को बहुत लाभ मिल रहा है। किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है। वर्तमान में जिले के अधिक किसान जैविक खेती कर रहे हैं।