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सहसपुर विस सीट : कांग्रेस के लिए बहुत कठिन है डगर पनघट की!

देहरादून। सहसपुर विधानसभा सीट कांग्रेस के लिए आसान नजर नहीं आती है। एक बार फिर यहां गुटबाजी चरम पर है। सहसपुर विधानसभा से जुड़े कांग्रेस कार्यकर्ता लम्बे समय से स्थानीय उम्मीदवार को टिकट की वकालत कर रहे हैं। हालांकि कांग्रेस ने अभी तक टिकटों को ऐलान नहीं किया है लेकिन सहसपुर से जुड़े कांग्रेसी बाहरी प्रत्याशी को टिकट के विरोध में हैं। सोमवार को पूर्व ब्लाक अध्यक्ष गुलफाम जान की अगुवाई में कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेसियों ने कैडिल मार्च किया था। वहीं दूसरे दिन मंगलवार को भी गुलफाम जान की अगुवाई में कांग्रेसियों ने आर्येन्द्र शर्मा का विरोध किया। हालांकि गुलफाम ने आर्येन्द्र शर्मा का नाम नहीं लिया लेकिन उनका सीधा इशारा पार्टी कोषाध्यक्ष आयेन्द्र शर्मा की ओर था।पूर्व ब्लाक अध्यक्ष गुलफाम जान ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता ऐसे किसी व्यक्ति को पार्टी में बर्दाश्त नहीं करेंगे जिन्होंने कांग्रेस भवन में तोड़ फोड़ कर पूर्व पीएम राजीव गांधी का अपमान किया हो। तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ बयानबाजी की और उन्हें चुनाव हराने में अपनी भूमिका निभाई हो। उन्होंने कहा कि ऐसा व्यक्ति अब कांग्रेस में आकर टिकट की दावेदारी कर रहा है। कांग्रेस का समर्पित कार्यकर्ता इसका विरोध करता है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी का अपमान करने वालों के खिलाफ कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता पैदल मार्च कर दिल्ली जाकर राहुल गांधी के समक्ष अपनी बात रखेंगे।दरअसल ये सारा वाकया सहसपुर विधान सभा से जुड़ा है। यहां पर कांग्रेस का एक धड़ा स्थानीय प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारने की वकालत कर रहा है। वहीं यहां से कांग्रेस के कोषाध्यक्ष आयेन्द्र शर्मा भी दावेदारी कर रहे हैं। आर्येन्द्र शर्मा के समर्थकों ने साल 2017 में सहसपुर से टिकट काटे जाने पर कांग्रेस भवन में तोड़-फोड़ की थी। उस दौरान कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी किशोर उपाध्याय और आयेन्द्र शर्मा के समर्थक आमने-सामने आ गये थे। उस दौरान पार्टी से टिकट काटे जाने के बाद आर्येन्द शर्मा ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा। गौरतलब है कि साल 2017 में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को कांग्रेस ने सहसपुर से चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन उन्हें यहां हार का सामना करना पड़ा था। किशोर की इस हार के लिए ये कार्यकर्ता आयेन्द्र शर्मा की बगावत को जिम्मेदार मानते हैं। बदले हुए हालात में आयेन्द्र शर्मा फिर कांग्रेस शामिल हो गये हैं और प्रदेश कांग्रेस में प्रदेश कोषाध्यक्ष हैं। गुलफाम ने चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया है अगर ऐसे लोगों को टिकट दिया गया जो कांग्रेस भवन में तोड़फोड़ कर सकते हैं और कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़े हैं ऐसे लोगों के विरोध में पूरे चुनाव के दौरान सभी ब्लॉकों के कांग्रेस नेता आमरण अनशन पर अनिश्चितकाल तक बैठ जाएंगे।इस दौरान पूर्व प्रधान भाऊवाला प्रवीण चौहान, ग्राम प्रधान राजावाला सुरेश पाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य पवन थापा, अल्लाह रक्खा, कालूराम मेहता, उप प्रधान बुड्ढी ग्राम सभा विक्रम सिंह रावत समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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