देहरादून : विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री धामी ने बेरोजगारों के आंदोलन के दौरान हुए लाठीचार्ज को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले ऐसे युवा जिन पर प्रदर्शन को लेकर मुकदमे दर्ज हुए हैं, उन्हें सरकार वापस लेगी।
सीएम धामी ने कहा कि युवा ही हमारे भविष्य हैं और हमारी सरकार उनके हितों के लिए प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही सीएम धामी ने विपक्ष से आग्रह किया कि नकल विरोधी कानून का विरोध करने के चलते युवाओं को सड़कों पर न उतारें। क्योंकि, सरकार युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए सरकार नकल विरोधी कानून लेकर आई है। वहीं नकल विरोधी कानून पर सीएम ने कहा कि पेपर लीक मामले में विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है जबकि हमने सख्ती बरती और 60 से ज्यादा लोगों को जेल भेजा। पहले से चल रहे कामों को भी ठीक किया देश का सबसे कडा नकल विरोधी कानून बनाया। विपक्ष को नसीहत देते हुए सीएम ने कहा कि युवाओं के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह युवाओं के भविष्य से जुड़ा विषय है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि प्रदेश में नकल विरोधी कानून लागू होने के बाद आयोजित किसी भी परीक्षा में कोई धांधली नहीं हुई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के लिए सरकारी सेवाओं में 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है। राज्य आंदोलनकारियों के लिए 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण को भी मंजूरी दे दी है।
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