देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में पासिंग आउट परेड (पीओपी) शुरू हो गई है। सुबह मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक शख्स के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे हैं। आज भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग पार करते हुए 319 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं। इसके साथ ही नो मित्र देशों के 68 विदेशी कैडेट भी पास आउट हो रहे हैं। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द बतौर निरीक्षक अधिकारी परेड की सलामी ली। राज्यपाल गुरमीत सिंह और सीएम पुष्कर सिंह धामी भी परेड में पंहुचे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए परेड के दौरान हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है।बता दें कि कई बड़े राज्यों को पछाड़ते हुए इस बार उत्तराखंड सेना को अफसर देने में अव्वल रहा है। आईएमए से पास आउट होने वाले कैडेटों में यूपी के बाद उत्तराखंड दूसरे नंबर पर है।आबादी के हिसाब से उत्तराखंड सैन्य अफसर देने में कई बड़े राज्यों से कहीं आगे है। इस बार बिहार, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य भी पीओपी में कैडेटों के संख्या बल में उत्तराखंड से पीछे हैं। पिछले सालों तक जहां उत्तराखंड चौथे या पांचवें स्थान पर रहता था, इस बार दूसरे नंबर पर रहा है।
राज्यवार इतने कैडेट हुए भारतीय सेना में शामिल… उत्तर प्रदेश 45, उत्तराखंड 43, हरियाणा 34, राजस्थान 23, बिहार 26, पंजाब 22, मध्य प्रदेश 20, महाराष्ट्र 20, हिमाचल 13, जम्मू कश्मीर 11, दिल्ली 11, तमिलनाडू् 07, कर्नाटक 06, आंध्र प्रदेश 05, चंडीगढ़ 05, केरला 05, झारखंड 04, वेस्ट बंगाल 03, तेलंगाना 03, असम 02, छत्तीसगढ़ 02, गुजरात 02, मणिपुर 02, मिजोरम 02, ओडिशा 02, नेपाल मूल (भारतीय सेना) 01। इसके अलावा मित्र देशों के 68 विदेशी कैडेट भी पासआउट हुए।
राष्ट्रपति ने पुरस्कार प्रदान किए… स्वॉर्ड ऑफ ऑनर का प्रतिष्ठित पुरस्कार एसीए अनमोल गुरुंग को प्रदान किया गया। जेंटलमैन कैडेट को ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान पर रहने के लिए स्वर्ण पदक एसीए अनमोल गुरुंग को प्रदान किया गया। ऑर्डर ऑफ मेरिट में दूसरे स्थान पर रहे जेंटलमैन कैडेट के लिए रजत पदक बीओ तुषार सपरा को प्रदान किया गया।ऑर्डर ऑफ मेरिट में तीसरे स्थान पर रहे जेंटलमैन कैडेट के लिए कांस्य पदक बीसीए आयुष रंजन को प्रदान किया गया। जीसी कुणाल चौबीसा को तकनीकी स्नातक पाठ्यक्रम से मेरिट के क्रम में प्रथम आने वाले जेंटलमैन कैडेट के लिए रजत पदक प्रदान किया गया। ऑटम टर्म 2021 के लिए 16 कंपनियों के बीच ओवरऑल फर्स्ट खड़े रहने के लिए केरेन कॉय को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर से सम्मानित किया गया। विदेशी जीसी से मेरिट के क्रम में पहले स्थान पर रहने वाले जेंटलमैन कैडेट के लिए बांग्लादेश पदक बीओ सांगे फेनडेन दोरजी (भूटान) को प्रदान किया गया। इस पदक और बांग्लादेश ट्रॉफी की स्थापना इसी कार्यकाल से स्वर्णिम विजय वर्ष की स्मृति में की गई है।
गौरतलब हो कि साल 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सशस्त्र सेनाओं की जीत के 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित हो रही परेड को यादगार बनाने की तैयारी कई दिन से की जा रही थी, लेकिन इस बीच बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकाप्टर हादसे में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 अधिकारियों और जवानों की मौत हो जाने से इतिहास में पहली बार आईएमए पीओपी के दौरान होने वाले कई कार्यक्रम को रद्द किए गए हैं। दरअसल सीडीएस बिपिन रावत को भी परेड में शिरकत करने आइएमए पहुंचना था। उनके निधन के बाद कमांडेंट परेड के अलावा पासिंग आउट परेड की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले दो अन्य कार्यक्रम रद कर दिए गए। इस बार पीओपी और पीपिंग सेरेमनी की रस्म तो होगी, लेकिन जश्न नहीं मनाया जाएगा।
मित्र देश भी मान रहे भारतीय सैन्य अकादमी का लोहा… वर्ष 1932 में 40 कैडेट के साथ अकादमी का सुनहरा सफर शुरू हुआ था। भारतीय सैन्य अकादमी ने देश-दुनिया को एक से बढ़कर एक नायाब अफसर दिए हैं। प्रथम बैच में फील्ड मार्शल सैम मानेक शा, म्यांमार के सेनाध्यक्ष स्मिथ डन और पाकिस्तान सेनाध्यक्ष मोहम्मद मूसा पास आउट हुए थे। तब से यह संस्थान जांबाज युवा अफसरों की फौज तैयार कर रहा है। खास बात यह कि यहां प्रशिक्षण लेने वालों में न केवल देश बल्कि विदेशी कैडेट में शामिल रहते हैं। अकादमी के कड़े प्रशिक्षण व अनुशासन का लोहा मित्र देश भी मान रहे हैं। अब तक अकादमी 33 मित्र देशों के 2656 युवाओं को प्रशिक्षित कर चुका है। इस बार भी 68 विदेशी कैडेट आइएमए से पास आउट हुए।
नेपाल मूल का एक नौजवान बना भारतीय अफसर… देहरादून से इस बार नेपाल मूल का सिर्फ एक कैडेट पास आउट होकर भारतीय सेना में अफसर बनेगा। पिछले सालों तक दो से पांच तक आंकड़ा रहता था।