थराली से हरेंद्र बिष्ट।
राज्य में किसानों की तमाम समस्याओं को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने आज मंगलवार को यहां तहसील कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी थराली को सौंपा।
पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत यूकेडी के पूर्व केंद्रीय उपाध्यक्ष भूपाल सिंह गुसाईं के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और किसानों ने तहसील कार्यालय थराली में प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। इस मौके पर वक्ताओं ने किसानों के लिए पारित तीन कानूनों के खिलाफ देशभर में किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए किसानों के आंदोलन को उचित बताया।

वक्ताओं ने पूरे राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में बंदरों, जंगली सूअरों सहित अन्य कई जानवरों द्वारा किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाने पर चिंता जताई हुए कहा कि इससे राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में किसान खेती से विमुख होता जा रहा हैं। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में तेजी के साथ पलायन तेजी के साथ बढ़ रहा है। उन्होंने खेतों के आसपास तार बाड़ करने, उत्पाती बंदरों के संबंध बंदर बाड़ों, उनका बंध्याकरण किए जाने, लावारिश गायों, बैलों के लिए गौशालाओं का निर्माण किए जाने की मांग करते हुए कहा कि जब तक किसानों की फसल की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते, तब तक फसलों का उत्पादन नहीं बढ़ाया जा सकता है और न ही पलायन रोका जा सकता हैं।
वक्ताओं ने सरकार से मंडवा, झंगौरा, भट्ट, सोयाबीन, गहेत, माल्टा, नींबू सहित अन्य तमाम पहाड़ी उत्पादों का समर्थन मूल्य फसलों के तैयार होने से पहले घोषित किए जाने की मांग की। इस मौके पर यूकेडी के वरिष्ठ नेता भूपाल सिंह गुसाईं, मदनमोहन देवराड़ी, प्रधान संघ थराली के अध्यक्ष जगमोहन सिंह रावत, विजयपाल सिंह रावत, धीरेंद्र सिंह रावत, सुरेंद्र सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए। इसके बाद थराली के उपजिलाधिकारी सुधीर कुमार के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें किसानों की तमाम समस्याओं का जिक्र कर सरकार को निराकरण के लिए दिशा-निर्देश देने की मांग की हैं।
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