देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। पांच दिसंबर तक चलने वाले सत्र में कानून व्यवस्था से जुड़े अंकिता हत्याकांड और केदार भंडारी प्रकरण के अलावा उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) परीक्षा घोटाले पर हंगामा होने के आसार हैं। सत्र शुरू होने से पहले ही कांग्रेस विधायक धरने पर बैठ गए। इस दौरान विधायक राजेंद्र भंडारी, मदन सिंह बिष्ट और भुवन कापड़ी गैरसैंण में सत्र न कराए जाने को लेकर विरोध किया।
सत्र की कार्यवाही शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कार्य स्थगन का प्रस्ताव रखते हुए अंकिता भंडारी हत्याकांड मामला और कानून व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा करने की विधानसभा अध्यक्ष से मांग की। जिसपर विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस के 4 से 5 विधायकों के नाम मांगते हुए मामला नियम 58 के तहत चर्चा करने के लिए कहा लेकिन नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के बार बार अनुमति मांगने के बाद अध्यक्ष ने संक्षिप्त में मामले पर चर्चा की अनुमति दी।
वहीं सत्र शुरू होने से पहले ही किच्छा में कानून व्यवस्था को लेकर विधायक तिलकराज बेहड़ विधान सभा में धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि किच्छा में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है। गुंडा गर्दी से लोगों में खौफ का माहौल है। किसानों का शोषण हो रहा है। सरकार को इस पर एक्शन लेना चाहिए।
बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र की पहले दिन की कार्यवाही 11 बजे से शुरू हुई। सत्र की शुरूआत विपक्ष के तल्ख तेवरों के साथ हुई। हालांकि सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही जारी है। विपक्ष लगातार अलग-अलग मुद्दों पर सरकार पर प्रश्न दाग रहा है और मंत्रियों द्वारा जवाब दिए जा रहे हैं। इसके अलावा सत्र के दौरान कानून व्यवस्था से जुड़े अंकिता हत्याकांड और केदार भंडारी प्रकरण के अलावा उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) परीक्षा घोटाले पर हंगामा होने के आसार हैं।
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