देहरादून। उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही बादलों ने डेरा डाल लिया है। भीषण गर्मी से इस बारिश ने राहत तो दिला दी है, लेकिन इससे आफत भी आ गई है। पहाड़ से लेकर मैदान तक रुक-रुक कर वर्षा का दौर जारी है। दून-नैनीताल समेत ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा का दौर लगातार जारी है।
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वहीं खराब मौसम को देखते हुए एसडीआरएफ जवानों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश गए हैं। जबकि 36 संवेदनशील स्थानों पर रेस्क्यू टीमें तैनात की गई हैं। प्रदेश में मानसून की सक्रियता को देखते हुए आपात स्थिति से निपटने को एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट में आपात बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें एसडीआरएफ जवानों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए।
सेनानायक ने बताया कि प्रदेश के सभी संवेदनशील क्षेत्रों में 36 रेस्क्यू टीमों को तैनात की गई हैं। सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने एसडीआरएफ की पोस्टों में तैनात जवानों को जरूरी निर्देश देते हुए कहा कि मानसून को देखते हुए अतिवृष्टि से बाढ़, भूस्खलन, बादल फटना आदि घटनाओं की प्रबल संभावनाएं हैं। जिसके चलते सभी को अलर्ट रहना है और किसी भी घटना पर न्यूनतम समय में रेस्क्यू शुरू कर देना है। सेनानायक ने कंट्रोल रूम को भी अलर्ट मोड पर रहने और देहरादून सचिवालय में स्थित राज्य आपदा परिचालन केंद्र के संपर्क में रहकर सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के निर्देश दिए।

आज भी उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी वर्षा की आशंका है। मौसम विभाग ने नैनीताल, देहरादून, पौड़ी, टिहरी, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जनपद में भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य क्षेत्रों में भी गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
संवेदनशील स्थान… देहरादून- सहस्त्रधारा, डाकपत्थर, चकराता टिहरी- ढालवाला (ऋषिकेश), कोटी कॉलोनी, ब्यासी(कौडियाला), घनसाली, उत्तरकाशी-उजेली, भटवाड़ी, गंगोत्री, बड़कोट, जानकीचट्टी, मोरी, चिन्यालीसौड़ पौड़ी गढ़वाल-श्रीनगर, कोटद्वार, चमोली-गौचर, जोशीमठ, पांडुकेश्वर, श्री बदरीनाथ, घांघरिया, हेमकुंड।