राजधानी देहरादून में एक 13 वर्षीय बच्चे का फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया। बदमाशों ने बच्चे के पिता से दो लाख रुपये की फिरौती मांगी, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर करीब पांच घंटे के ऑपरेशन में बच्चे को सकुशल अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचा लिया। इस दौरान दो बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। दोनों बदमाश सगे भाई बताए जा रहे हैं। घटना में शामिल तीसरे बदमाश की तलाश की जा रही है।
एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि पटेलनगर थाना क्षेत्र के माजरा निवासी आबिद ऑटो चलाते हैं। उनका 13 वर्षीय बेटा अली रविवार सुबह नाश्ता करने के बाद घर के बाहर खेलने गया था। दोपहर करीब दो बजे तक बच्चे के घर नहीं लौट पर घरवालों ने खोजबीन शुरू की। इसी बीच करीब 2:30 बजे आबिद के पास दो लाख रुपये फिरौती देने के लिए फोन आया। यह सुनकर घरवाले घबरा गए और उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधि को इसकी सूचना दी।
उन्होंने पुलिस को इस बारे में अवगत कराया। सूचना पर एसएचओ पटेलनगर प्रदीप राणा मय फोर्स मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सारी घटना की जानकारी ली और आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक किए। एक फुटेज में बच्चा बाइक सवार दो युवकों के बीच में बैठा दिख रहा था। जिस नंबर से फिरौती मांगी गई उसे भी सर्विलांस पर लगाया गया। कुछ देर बाद फोन आया और बदमाशों ने दो लाख रुपये लेकर लक्ष्मण सिद्ध मंदिर हर्रावाला में बुलाया। इस पर पुलिस ने तीन टीमों का गठन कर बदमाशों की लोकेशन के आधार पर जांच शुरू की। एक टीम सर्विलांस पर काम कर रही थी तो दूसरी टीम को हर्रावाला लक्ष्मण सिद्ध मंदिर के पास भेजा गया।
पुलिस ने रणनीति के तहत एक बैग में फिरौती की रकम लेकर उसके पिता को तय जगह पर भेजा गया। वहां पर पुलिस सादे कपड़ों में तैनात हो गई। इस बीच पता चला कि एक अन्य बदमाश के पास मेहूंवाला क्षेत्र में है। एक टीम मेहूंवाला की ओर भेजी गई। इधर, हर्रावाला में बच्चे के पिता को फिरौती लेने आए बदमाश के पास भेजा गया। वहां पर हेलमेट लगाए एक बदमाश खड़ा था।
तीसरे बदमाश की तलाश जारी
बच्चे के पिता ने बैग वहीं पर रख दिया और उससे बात करने लगे। इस बीच उसे आसपास पुलिस के होने का भी शक हो गया। अंधेरे का फायदा उठाकर वह वहां से भाग गया। बदमाश ने रुपयों का बैग भी नहीं उठाया। उधर, मेहूंवाला गई पुलिस टीम ने तेलपुर चौक से सड़क किनारे खड़ी एक कार से बच्चे को बरामद कर बदमाश को दबोच लिया। एसएसपी ने बताया कि बच्चा सकुशल है। दो बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। तीसरे की तलाश की जा रही है।
अपना बच्चा ढूंढने के बहाने पहुंचे थे बदमाश
बच्चे ने बरामद होने के बाद अपने परिजनों और पुलिस को सारी घटना की जानकारी दी। पता चला कि दो बदमाश उसके घर के पास ही आए थे। उन्होंने कहा था कि उनका बेटा यहां पर क्रिकेट खेलने आया था, लेकिन बहुत देर से घर वापस नहीं आया है। इसके लिए उन्होंने बच्चे को क्रिकेट ग्राउंड दिखाने के लिए कहा। उनकी बातें सुनकर बच्चा भी बाइक पर बदमाशों के साथ बैठ गया।
बदमाशों ने खूब चकमा देना चाहा पुलिस को
बदमाशों ने पुलिस को चकमा देने की भी खूब कोशिश की। परिजनों को हर्रावाला में पैसे लेने के लिए बुलाया था और बच्चे को अन्य बदमाशों के साथ मेहूंवाला में रखा था, लेकिन पुलिस बदमाशों के फोन टेप कर रही थी। इसी से पता चला कि बच्चा दूसरे बदमाशों के साथ है। आशंका यह भी जताई जा रही थी कि कहीं बदमाश बच्चे के साथ कुछ गलत काम न कर डालें।
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