नैनीताल। उत्तराखंड में साल दर साल सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। उत्तराखंड में इस साल 1220 सड़क हादसे हुए हैं। इसमें 750 लोगों की मौत हुई और 1112 लोग घायल हुए हैं। जो चिंताजनक है। सरकार लगातार सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने को लेकर कई बड़े पहल तो कर रही है, साथ ही परिवहन विभाग की ओर से इंफोर्समेंट को भी बढ़ाया गया है। बावजूद इसके हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
सड़क हादसों को लेकर नैनीताल, ऊधम सिंह नगर, देहरादून और हरिद्वार संवेदनशील हैं। इसे लेकर परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी ने निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने क्रश बैरियर लगाने के लिए लोनिवि को दस लाख रुपये सड़क सुरक्षा कोष से जारी किए हैं। इसके अलावा अतिरिक्त राशि भी बजट के माध्यम से उपलब्ध कराई गई है। सचिव ने साइकिलों में रिफलेक्टर लगाने के भी निर्देश दिए हैं।
बता दें कि पिछले साल नैनीताल जनपद में जनवरी से सितंबर तक 184 सड़क हादसों में 80 लोगों की मौत हुई और 165 घायल हो गए। इस साल की बात करें तो जनवरी से सितंबर के बीच 154 सड़क हादसे हुए जिनमें 83 लोगों को जान गंवानी पड़ी और 145 लोग घायल हुए। नैनीताल जिले में दुर्घटनाओं में कमी जरूर आई लेकिन चिंता की बात है कि हादसों में मरने वालों की संख्या बढ़ रही है।
दरअसल, नैनीताल में यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया। एसपी यातायात व क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया कि पिछले 20 दिन में पुलिस ने बिना हेलमेट वाहन चलाने, तेज गति और गलत दिशा में वाहन चलाने वाले 4674 लोगों के चालान किए हैं। इसमें 253 वाहन सीज किए हैं। बताया कि तेज रफ्तार गाड़ी भगाने वाले 395 लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त कराने की भी कार्रवाई की जा रही है।