देहरादून। राजधानी देहरादून के कांजी हाउस से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई थी। केदारपुरम में मृत गायें और उनकी दयनीय स्थिति देख कर सभी हैरान हो गए थे। दरअसल सोशल मीडिया पर केदारपुरम स्थित कांजी हाउस का वीडियो वायरल होने के बाद नगर निगम के अधिकारियों ने कांजी हाउस का निरीक्षण किया। इस दौरान यहां दो गोवंश मृत मिले। गायों की हालत से प्रतीत हो रहा था जैसे कुछ गायों की आंखें भी निकाली गईं हैं। नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के निरिक्षण के बाद मामले का खुलासा हुआ। जिसका संज्ञान जिलाधिकारी सोनिका ने लिया है।
डीएम ने दिए जांच के निर्देश…
कांजी हाउस में गौ वंश की दयनीय स्थिति पर जिला अधिकारी सोनिका का बयान सामने आया है। जिलाधिकारी ने मामले को लेकर जांच के निर्देश दिए हैं। जिसकी भी इसमें लापरवाही पाई जाएगी उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि अब फिर से कांजी हाउस नगर निगम की देख रेख में ही चलेगा। बता दें पूर्व में केदारपुरम स्थित कांजी हाउस का संचालन नगर निगम करता था। लेकिन सितंबर 2023 में शासन के निर्देशानुसार कांजी हाउस का संचालन हरिओम आश्रम कड़वापानी को सौंप दिया गया। यहां पर आने वाले गोवंश के चारे से लेकर देखभाल और इलाज की व्यवस्था आश्रम के जिम्मे है।
कांजी हाउस में मिली थी मृत गायें…
बीते बुधवार को मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी केदारपुरम में बने कांजी हाउस का निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी उस समय हैरान रह गए जब उन्हे कांजी हाउस में मरी हुई गायें दिखीं। निरिक्षण में पाया कि दो मरी गायें और छह घायल अवस्था में थी। जिसे देख अधिकारियों के होश उड़ गए। इसके बाद अधिकारियों का पारा चढ़ गया। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने भारी अनियमितता को देखकर संचालकों पर कठोर कार्रवाई करने की बात कही है। मामले को लेकर मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी विद्यासागर कापड़ी ने संचालक के खिलाफ थाना नेहरू कॉलोनी में तहरीर दी है।
उधर इस मौके पर उपस्थित हिंदू जागरण मंच के रोहित मौर्य का आरोप है कि कांजी हाउस में गोवंश की हालत दयनीय है। उनके इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्हें एक्सपायरी दवा दी जा रही है। कहा कि जब नगर निगम के जिम्मे कांजी हाउस की व्यवस्था थी तो हालत ठीक थे। लेकिन जब तक संस्था को जिम्मेदारी दी गई है, यहां गोवंश की हालत दयनीय हो गई है।