नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के किसी भाषण का एक फेक वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें वो कथित तौर पर कहते सुनाई देते हैं कि, भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो गैर-संवैधानिक एससी, एसटी और ओबीसी के रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे। फेक वीडियो को लेकर दिल्ली पुलिस को शिकायत मिली थी जिसके आधार पर केस दर्ज किया गया हैं। दिल्ली पुलिस की तरफ से इस मामले में 153/153A/465/469/171G IPC और 66C IT एक्ट के तहत केस दर्ज किए गए हैं।
अमित शाह ने आखिर कहा क्या था:- फेक वीडियो में बीजेपी नेता अमित शाह को कहते दिखाया गया है कि सरकार बनते ही एससी-एसटी और ओबीसी के आरक्षण को खत्म कर दिया जाएगा। वहीं, असल में केंद्रीय गृह मंत्री ने सरकार बनते ही मुस्लिम समुदाय को दिए जा रहे आरक्षण को हटाने की बात कही थी। गौरतलब है कि हाल ही में कर्नाटक सरकार ने मुस्लिमों को ओबीसी सूची में शामिल करने का फैसला लिया था।
बता दें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को गांधीनगर लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। नामांकन दाखिल करने के बाद एनडीटीवी से एक खास बातचीत में अमित शाह ने कहा था कि विपक्ष के आरोप निराधार हैं, हम आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं होने देंगे। बहुमत का दुरुपयोग करने की परंपरा किसी पार्टी की रही है, तो वो केवल कांग्रेस की रही है। इंदिरा गांधी ने बहुमत का दुरुपयोग इमरजेंसी लगाने में किया था, लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए किया था।
कांग्रेस बार-बार भाजपा पर संविधान बदलने का आरोप लगा रही है। इस पर अमित शाह ने साफ किया कि भाजपा कभी ऐसा नहीं करेगी और न करने देगी। अमित शाह ने खुलकर कहा, “विपक्षी दल संविधान बदलने के मुद्दे को आरक्षण से जोड़कर पेश कर रही है। लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि हमारे पास 2014 में भी संविधान बदलने के लिए पूर्ण बहुमत था और 2019 में तो भाजपा को पूर्ण बहुमत था। 10 साल से नरेंद्र मोदी पूर्ण बहुमत की सरकार के साथ शासन कर रहे हैं। हमने कभी आरक्षण को छेड़ा नहीं है।