देहरादून। उत्तराखंड में डेंगू के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को चिंता में डाल दिया है। राजधानी देहरादून में डेंगू मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। आम जनता में खौफ का माहौल है। डेंगू को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कहा कि आज डेंगू महामारी का रूप ले चुका है। सरकार मौत के आंकड़ों को छुपाने का काम कर रही है।
दरसहल प्रदेश में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर उत्तराखंड कांग्रेस ने सैकड़ों लोगों की राय ली। बृहस्पतिवार को कांग्रेस मुख्यालय में इस सर्वे का डाटा साझा किया गया। मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी, परवादून अध्यक्ष मोहित उनियाल, महानगर अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर गोगी ने कार्यकर्ताओं की मदद से इस सर्वे को लगभग 400 लोगों के साथ किया। कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने प्रेस वार्ता कर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज डेंगू महामारी का रूप ले चुका है। उन्होंने कहा कि देहरादून में तो डेंगू महामारी बन चुका है। उन्होंने केवल दून में एक लाख से ज्यादा डेंगू मरीज होने का दावा किया है। कांग्रेस का कहना है कि डेंगू को लेकर मौत के आंकड़े छिपाए जा रहे हैं। आम जनता परेशान है हर घर में कोई ना कोई डेंगू से पीड़ित है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नगर निगम, शहरी विकास फागिंग और सफाई के नाम पर केवल दिखावा कर रहा है।
कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी कहा कि डेंगू को लेकर मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारियां से पल्ला झाड़ने का काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार को डेंगू के मरीजों से कोई मतलब नहीं है सरकार को तो केवल ग्लोबल इन्वेस्टर सबमिट और यूसीसी से मतलब है। कांग्रेस ने लगभग 400 लोगों का सर्वे करवाया है। जिसमें से 322 लोगों की रिपोर्ट मिली। इस सर्वे में 146 लोगों ने नगर निगम को जिम्मेदार ठहराया है। 87 लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया है।
जबकि 60 लोगों ने स्मार्ट सिटी को जिम्मेदार ठहराया है और 29 लोगों ने दून हेल्थ सिटी जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने बताया कि खुद उनके द्वारा अस्पतालों में जाकर ग्राउंड जीरो पर रहकर ये सर्वे करवाया गया है।
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