हरिद्वार। अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी पांडे को श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा से बाहर कर दिया गया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि ने खुद इसकी जानकारी दी है। पिछले दिनों अल्मोड़ा जेल में कुछ संतों की ओर से पांडे को दीक्षा देते हुए कई मठों की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी।मामला तूल पकड़ने पर जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक हरि गिरि महाराज ने जांच कमेटी गठित की थी। अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी को जूना अखाड़े के कुछ संतों ने जेल में सन्यास की दीक्षा दी थी। जिसके बाद बड़ा हंगामा खड़ा हो गया था। आननफानन में जूना अखाड़े ने इस मामले में जांच कमेटी का गठन कर इसकी जांच करवाई।
जूना अखाड़े में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम गिरी की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया गया था। दशहरा तक जांच पूरी करने का समय दिया गया था। जूना अखाड़ा की जांच पूरी होने के बाद प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को बर्खास्त कर दिया गया है। कहा की जेल में प्रकाश पांडेय को दीक्षा देने वाले संत फर्जी संत थे। सिर्फ दशनामी कुछ संत इसमें शामिल थे।
उन्होंने बताया कि अंडरवर्ल्ड डॉन को अखाड़े से बाहर कर दिया गया है। संतों की भूमिका के सवाल पर हरिगिरि ने कहा कि मामले फिलहाल पीपी को बाहर किया है।
बता दें कि श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा की पवित्र छड़ी आज 15 अक्टूबर मंगलवार को हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी मां माया देवी मंदिर से उत्तराखंड के दौरे पर रवाना हो गई। जूना अखाड़ा बीते कई सालों से पवित्र छड़ी यात्रा निकाल रहा है। इस पवित्र छड़ी यात्रा का उद्देश्य उत्तराखंड के पौराणिक तीर्थ स्थलों का विकास करते हुए तीर्थाटन को बढ़ावा देना है, जिससे उत्तराखंड में हो रहे पलायन को रोका जा सकता है।