देहरादून। असम पुलिस के हाथ आया आतंकी संगठन आईएसआईएस का इंडियन चीफ हारिस फारूकी का उत्तराखंड कनेक्शन सामने आया है। हारिस फारूकी उत्तराखंड के देहरादून जिले का रहने वाला है। वहीं उसका सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान पानीपत का रहने वाला है। हारिस के पिता देहरादून में यूनानी डॉक्टर हैं। जो कि देहरादून के तहसील चौक के पास यूनानी दवाखाना चलाते हैं।
बीते 20 साल से फारूखी का परिवार देहरादून के डालनवाला में रहता है। उसके अन्य रिश्तेदार सिंगल मंडी में रहते हैं। पुलिस के मुताबिक हारिस का परिजनों से कोई संपर्क नहीं है, साथ ही वह सालों से देहरादून नहीं आया है। वह अलीगढ़ पढ़ाई करने गया था। परिवार का दावा कि दस साल से उनका हारिस से कोई संपर्क नहीं हुआ है। केंद्रीय एजेंसियां कई बार उसके बारे में जानकारी जुटाने देहरादून आ चुकी हैं।
बताया जा रहा है कि एसटीएफ लंबे समय से हारिस के पिता के संपर्क में थी और उन्हें कई बार पूछताछ के लिए बुलाया था। फिर भी कोई इनपुट नहीं मिला। खुफिया एजेंसियां उसके परिवार पर लंबे समय से नजर रखे हुईं थीं। हारिस भारत में कई स्थानों पर आईईडी के माध्यम से भर्ती, आतंकी फंडिंग और आतंकी कृत्यों को अंजाम देने की साजिशों के माध्यम से देश्मे आईएसआईएस के उद्देश्य को आगे बढ़ा रहा था। हारिस और उसके सहयोगी के खिलाफ एनआईए, दिल्ली, एटीएस और लखनऊ सहित अन्य स्थानों पर कई मामले लंबित हैं। आतंकियों की एक गुप्त सूचना के बाद विशेष कार्य बल ने धर्मशाला क्षेत्र से पकड़ा था। फारूकी देहरादून का रहने वाला, जबकि सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान पानीपत का है। उसने इस्लाम धर्म अपनाया हुआ है।
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इंटेलीजेंस जिस तरह की भी इस मामले में इनपुट शेयर किए जाएंगे उसके आधार पर ही जिला पुलिस और एजेंसियां इस पर काम करेंगी। अजय सिंह ने बताया कि जिस तरह से पहले भी एजेंसियां इस पर निगरानी रखे हुए थी और ये जानकारी मिली कि हारिस 10 से 12 सालों से यहां परिवार के संपर्क में नहीं था।