पुंछ। भारतीय सेना ने गुरुवार (20 अप्रैल) को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में हुए आतंकी हमले में शहीद पांच जवानों के नाम जारी कर दिए हैं। शहीद जवानों की पहचान सेना की राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के हवलदार मनदीप सिंह, लांस नायक देबाशीष बसवाल, लांस नायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह और सिपाही सेवक सिंह के रूप में हुई है। पुंछ हमले की जांच एनआईए भी करेगी।
सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। आतंकी संगठन पीएएफएफ ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यह आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का सहयोगी बताया जा रहा है। श्रीनगर में अगले महीने 22 से 24 मई के बीच जी-20 की बैठक को देखते हुए पुलिस ने सेना को सतर्क रहने की एडवाइजरी जारी की है। पुंछ-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बृहस्पतिवार दोपहर बाद तीन बजे के करीब सेना की 49 राष्ट्रीय राइफल (आरआर) का एक सैन्य वाहन भिंबर गली से गांव संगयोट स्थित सैन्य मुख्यालय की तरफ जा रहा था।
इस दौरान भाटादूड़ियां और तोता गली के बीच अचानक आतंकियों ने घने कोहरे व बारिश के बीच इस वाहन पर हमला कर दिया। पहले उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, फिर ग्रेनेड से हमला किया। ग्रेनेड हमले से वाहन में लगी भयंकर आग की चपेट में आने से पांच जवान शहीद हो गए।
बारिश और कम दृश्यता के कारण उन्हें हमले के बाद आसानी से भाग निकलने का मौका मिल गया। पीएएफएफ जम्मू कश्मीर में लंबे समय से वारदात को अंजाम दे रहा है। इसका नाम घाटी में टारगेट किलिंग में भी सामने आ चुका है। प्रदेश से आर्टिकल 370 हटने के बाद इस संगठन ने धमकी भरे संदेश वायरल करवाए थे।
बीते दो सालों में हुए चार बड़े आतंकी हमले
बीते दो सालों में जम्मू-कश्मीर में चार बड़े आतंकी हमले हुए हैं। 11 अक्टूबर, 2021 को पुंछ जिले के सुरंग कोट तहसील में हुए एक आतंकी हमले में पांच भारतीय सेना के जवानों की शहादत हुई थी। 16 अक्टूबर, 2021 को पुंछ जिले में हुए आतंकी हमले में 4 जवान शहीद हुए थे।
11 अगस्त, 2022 को राजौरी के परगल इलाके में आर्मी कैंप में हुए एक आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हुए थे, जबकि इस हमले को अंजाम देने वाले दोनों हमलावर फिदायीन को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। वहीं, 1 जनवरी, 2023 को राजौरी के डांगरी में हुए एक आतंकी हमले में हिंदू समुदाय के 7 लोगों को आतंकियों ने मौत के घाट उतार दिया था।