नैनीताल। 12 साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद लोगो का आक्रोश नहीं थमा। बच्ची से दुष्कर्म की घटना के बाद से जगह-जगह आक्रोश जताया जा रहा है। नैनीताल में हुई घटना के बाद से पुलिस सतर्क है। दूसरी तरफ चित्रगुप्ताचार्य डाॅ. सच्चिदानंद महाराज के अनुयायियों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया। चित्रगुप्ताचार्य और उनके समर्थकों को रोकने पर पुलिस से धक्कामुक्की हुई।
पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए महिला संगठन भी सड़कों पर उतर गए हैं। ये लोग आरोपी उस्मान को मृत्युदंड की मांग कर रहे हैं। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए नैनीताल के साथ-साथ हल्द्वानी में भी पिछले दो दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा है। शनिवार को महिला संगठन दुष्कर्म पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए एसडीएम कोर्ट पहुंच गए। वहां पर जमकर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने सरकार और शासन से पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय दिलाने और आरोपी उस्मान को मृत्युदंड देने की मांग की।
महिला संगठनों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि 72 वर्षीय बुजुर्ग ने 12 वर्षीय बच्ची के साथ जिस तरह का जघन्य अपराध किया, उससे आम लोगों में रोष है। महिला संगठनों ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजते हुए मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने और आरोपी को मृत्युदंड देने की मांग की है. साथ ही महिलाओं ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि इस घटना के बाद से पिछले तीन दिनों से नैनीताल जिले में सांप्रदायिक सौहार्द भी बिगड़ा है। जिला प्रशासन को चाहिए कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए सांप्रदायिक सौहार्द को बिगड़ने से रोके।
गौरतलब है नैनीताल में 72 वर्षीय ठेकेदार उस्मान द्वारा 12 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई थी। मामला सामने आने के बाद से आम जनता में आक्रोश फैल गया है। पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर हल्द्वानी के साथ-साथ नैनीताल में भी जगह-जगह धरना प्रदर्शन चल रहे हैं।
बात दे कि मासूम से दुष्कर्म करना वाला उस्मान चार दशक पहले शहर में सिर्फ एक राजमिस्त्री की हैसियत लेकर आया था। इसके बाद उस्मान शहर का नामी ठेकेदार बन गया। करोड़ों रुपये के ठेकों के कार्य करने वाला उस्मान अपने बच्चों को भी अच्छे ओहदों तक पहुंचाने में सफल हो गया। उस्मान राजमिस्त्री का काम करने नैनीताल आया था। उसने राज्य अतिथिगृह में यही काम किया। इसके बाद कई ठेकेदारों के साथ राजमिस्त्री का कार्य करता रहा। कुछ ही समय बाद वह छोटे-छोटे ठेके लेने लगा। करीब तीन दशक पहले वह लोनिवि में बतौर ठेकेदार पंजीकृत हुआ। इस समय वह सी क्लास का ठेकेदार है।