नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का नाम सोमवार सुबह अचानक से गलत वजह से सुर्खियों में आने से हड़कंप मच गया।
पैंडोरा पेपर्स के नाम से लीक हुए करोड़ों दस्तावेज में भारत समेत 91 देशों के वर्तमान एवं पूर्व नेताओं, अफसरों और मशहूर हस्तियों के वित्तीय रहस्यों को उजागर करने का दावा किया गया है।
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इसमें जो नाम सबसे हैरान करने वाला था वो सचिन का है। इस महान हस्ति का लिस्ट में आने के तुरंत बाद ही उनके वकील ने यह साफ कर दिया कि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है और उनका नाम यूं ही बदनाम किया जा रहा है। दुनियाभर में सचिन की छवि एक साफ और ईमानदार क्रिकेटर की रही है।
ना तो मैदान के अंदर और ना ही मैदान के बाहर सचिन से कभी किसी तरह का कोई बड़ा विवाद जुड़ा है। खेल के दौरान छोटे मोटे विवाद तो सभी के साथ होते हैं लेकिन बतौर क्रिकेटर सक्रिय रहने के वक्त भी वह विवादों से दूर ही रहना पसंद करते थे। सौम्य स्वभाव के सचिन किसी विवादित मुद्दे पर आम तौर पर बयान देने से भी बचते हैं।
इंटरनेशनल कंसोर्टियम आफ इंवेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट्स (आइसीआइजे) ने रविवार को जारी अपनी कथित रिपोर्ट में दावा किया कि तेंदुलकर की विदेश में संपत्तियां हैं। जिस दावे के तहत मास्टर ब्लास्टर के नाम को सामने लाया गया है उसे उनके वकील ने सिरे से खारिज कर दिया। उनके वकील ने इस बारे में बताया कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के सारे निवेश वैध हैं और कर अधिकारियों के पास इसकी जानकारी है।
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