गाजियाबाद
यूपी गेट पर किसानों के आंदोलन के बीच एक अच्छी खबर भी आई। यहां पर एक टेंट में बैठकर पढ़ाई करने वाले इंद्रपाल सिंह की मेहनत रंग लाई और अब वह यूपी सरकार में असिस्टेंट कमिश्नर बन चुके हैं।
कौशांबी के रहने वाले इंद्रपाल सिंह किसान आंदोलन का हिस्सा रहे हैं। यहां पर अपनी तैयारी की और आंदोलन में छह महीने से ज्यादा का समय बिताया। उनका चयन यूपीपीसीएस के तहत हुआ।
करेंगे सबको जागरूक
मार्च में इंटरव्यू होने के बाद जून में उन्होंने अपनी पोस्ट संभाल ली। इंद्रपाल सिंह का कहना है, ‘वह अब सिस्टम का हिस्सा हैं। कृषि कानूनों के बारे में खुद बारीकी समझेंगे कि इसमें किसानों को क्या फायदा है और क्या नुकसान। इसके बाद वह सभी को जागरूक भी करेंगे।’ उन्होंने बताया कि जब से उत्तर प्रदेश सरकार में पद संभाला है, उन्होंने किसान आंदोलन का रुख नहीं किया।
खुद के साथ बच्चों को भी पढ़ाया
इंद्रपाल सिंह किसान आंदोलन की हर छोटी बड़ी गतिविधियों में हिस्सा लेते रहे। खाली समय में यहां खुद पढ़ते और बच्चों को भी पढ़ाते थे। इंद्रपाल सिंह ने बताया कि वह अभी दो साल के प्रोविजन पीरियड पर हैं, उसके बाद उन्हें असिस्टेंट कमिश्नर नियुक्त कर दिया जाएगा।
इंद्रपाल ने बताया कि भले ही वह किसान आंदोलन का हिस्सा रहे, लेकिन समय उन्होंने बर्बाद नहीं किया। समय मिलने पर खुद भी पढ़े और बच्चों को भी पढ़ाया।
ये भी पढ़ें..