नई दिल्ली। आजकल कुछ जगह पर ऐसी खबर चल रही है कि अगले महीने से 100, 10 और 5 रुपये के पुराने नोट चलन में नहीं रहेंगे। इस खबर पर आम लोगों के बीच काफी प्रतिक्रिया मिली। लोग अपने घर में पुराने नोट ढूंढने लगे ताकि इसे बैंक में जमा करा दिया जाए या खर्च कर लिया जाए। जबकि इस खबर का सच्चाई से कोई संबंध नहीं है।
इस समय मीडिया के कुछ वर्गों में कुछ पुराने करेंसी नोटों (100, 10 और 5 रुपये के) को अगले महीने से चलन से हटाने की खबर चल रही है। लेकिन, इससे घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि इस खबर में सच्चाई नहीं है। बैंकिंग क्षेत्र के नियामक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने स्पष्ट किया है कि 100,10 और 5 रुपये सभी पुराने नोट वैध हैं और वह चलन में बने रहेंगे। इन्हें चलन से हटाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। रिजर्व बैंक के प्रवक्ता ने हमसे बातचीत में स्पष्ट किया कि आगामी मार्च या अप्रैल के बाद भी 100, 10 और 5 रुपये के पुराने नोट चलन में बने रहेंगे। उनका कहना है कि इन मूल्य वर्ग के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने करने की कोई योजना नहीं है। जब तक ये चलने लायक होंगे, चलते रहेंगे।
आरबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि पिछले दिनों मंगलोर में रिजर्व बैंक के इश्यू डिपार्टमेंट के एक सहायक महाप्रबंधक डिस्ट्रिक लेवल मीटिंग को संबोधित कर रहे थे। उस दौरान उक्त अधिकारी ने कहा था कि बैंकों के पास जमा पुराने 100 रुपये के कटे-फटे नोट अगले महीने वापस ले लिए जाएंगे। इसी को कुछ मीडिया ने गलत तरीके से प्रकाशित-प्रसारित किया। रिजर्व बैंक प्रवक्ता के मुताबिक कटे फटे या मैले हो चुके नोटों को चलन से बाहर करने की प्रक्रिया एक सामान्य प्रक्रिया है। आमतौर पर होता यह है कि जो नोट खराब हो जाते हैं, उसे बैंक जमा कर रिजर्व बैंक के पास भेज देते हैं। फिर रिजर्व बैंक उन नोटों को जांच कर उसे चलन से बाहर कर देता है। इन नोटों को बाद में नष्ट कर दिया जाता है और उसके स्थान पर नए नोट जारी कर दिए जाते हैं।
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