देहरादून। लोक आंदोलन हो, गीत संगीत हो या खेल का मैदान, उत्तराखंड की बेटियों ने हमेशा ही अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। गौरादेवी से लेकर उत्तराखंड मे कई ऐसी बेटियां हुई हैं, जिन्होंने अपने जीवन की हर बाधा को पार कर यह साबित किया कि बेटियां अगर ठान लें तो वे किसी से कमतर नहीं हैं। उनकी लगन आज दुनियाभर के लिए मिसाल बन चुकी है। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जानिये उत्तराखंड की कुछ ऐसी बेटियों की प्रेरक कहानियां…
धूम मचा रहा स्वाति का वुमनिया बैंड: संगीत के सुरों से सजी संवरी स्वाति सिंह को सरकारी नौकरी की बेड़ियां ज्यादा दिन नहीं रोक पाईं और संगीत के लिये नौकरी को अलविदा कहकर जुट गईं अपने ख्वाब पूरा करने में। उनका यह सतरंगा सपना वुमनिया बैंड के रूप में साकार हुआ। आज स्वाति का यह बैंड देशभर में धूम मचा रहा है। उनके बैंड में पांच महिलाएं शामिल हैं। स्वाति ड्रम, ऑर्केस्ट्रा व अन्य वाद्य यंत्र बजाती हैं। स्वाति ने बताया कि जब उन्होंने शुरू में म्यूजिक इंडस्ट्री में कदम रखा, तो लोगों ने सवाल उठाया कि लड़कियां कैसे बैंड में काम कर सकती हैं। स्वाति वर्तमान में देहरादून में सप्तक इंस्टीट्यूट परफॉर्मिंग आर्ट्स चला रही ह
सुरमई आवाज का जादू बिखेर रहीं शिकायना ः 15 साल की शिकायना मुखिया ने छोटी सी उम्र में स्टार प्लस में आने वाले शो लिटिल वॉयस इंडिया और सुपर स्टार सिंगर इवेंट में हिस्सा लिया और अपनी अलग पहचान बनाई। हालांकि शिकायना खिताब से महज एक कदम से चूक गईं, लेकिन उनका सफर बाकी है।
इसी बीच शो में हिस्सा लेने के कारण स्कूल में उनकी उपस्थिति कम हो गई और प्रबंधन ने उन्हें स्कूल से निकाल दिया। बाद में शिकायना की काबिलियत से प्रभावित होकर उन्हें सिर्फ लड़कों के लिए संचालित कर्नल ब्राउन स्कूल में एडमिशन दिया गया। इस स्कूल में दाखिला लेने वाली वह पहली लड़की हैं।
बैडमिंटन में कुहू से बेपनाह उम्मीदें: बैडमिंटन की दुनिया में कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिताब जीत चुकीं कुहू गर्ग खेल जगत का चमकता सितारा हैं। कुहू ने शानदार प्रदर्शन के दम पर पूरी दुनिया में नाम कमाया। आज कुहू का नाम देश के सर्वश्रेष्ठ युवा शटलरों में गिना जाता है। कुहू सीनियर वल्र्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाली उत्तराखंड की पहली और एकमात्र महिला शटलर हैं। कुहू ने मिक्स्ड डबल्स में आइसलैंड ओपन, हेलास ओपन समेत कई अंतरराष्ट्रीय खिताब अपने नाम किए हैं। गौरतलब है कि कुहू उत्तरखंड के डीजीपी अशोक कुमार की होनहार बेटी हैं। ऐसी ही अनेक बालिकायें उत्तराखंड का नाम रोशन करने में जुटी हैं।
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