चमोली। उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम के आसपास के इलाकों में ईद (Eid 2023) नहीं मनाई जाएगी। दरअसल, बद्रीनाथ धाम में पंडा-पुरोहितों की बैठक में ये फैसला लिया गया। मीटिंग में फैसला लिया गया है कि, जोशीमठ (Joshimath) से आगे ईद का त्योहार नहीं मनाया जाएगा। गौरतलब है कि, देश भर में 29 जून को ‘ईद उल जुहा’ (बकरीद) मनाया जा रहा है, उससे पहले ये बड़ा निर्णय सामने आया है।
बैठक में पंडा-पुरोहितों ने मांग की कि, बद्रीनाथ धाम में ईद की नमाज अदा नहीं होनी चाहिए। क्योंकि, यहां पर धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ईद की नमाज अदा (Eid prayer) करने की परंपरा नहीं है। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने गैर हिंदुओं से बातचीत कर नमाज अदा ना करने की मांग की थी। जिस पर गैर हिंदुओं ने भी अपनी सहमति जताते हुए आगामी ईद को बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) से बाहर मनाने की बात कही। इस पर सभी लोगों ने सहमति जताई। वहीं पुलिस प्रशासन ने मीटिंग रजिस्टर में भी बैठक को दर्ज कर लिया है। रजिस्टर में सभी गैर हिंदुओं की सहमति को दर्ज किया है. इस संबंध में वरिष्ठ उप निरीक्षक एसआई लक्ष्मी बिलजवाण ने जानकारी दी है। लक्ष्मी बिलजवाण ने बताया कि व्यापार सभा के साथ-साथ सभी संगठन बैठक में मौजूद रहे।
गौरतलब है कि, पिछली साल बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान का कार्य कर रहे गैर हिंदू मजदूरों का ईद के अवसर पर नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसके बाद से जनपद में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। किसी तरह पुलिस और प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था। ऐसे में इस साल ऐसी कोई घटना न हो, इस संबंध में पुलिस एहतियात बरत रही है।