- कन्याधन, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, बेरोजगार पेंशन, बच्चों की पढ़ाई का लोन, बेटी की शादी के नाम पर लोन दिलाने का देते थे झांसा
हरिद्वार। सावधान, कहीं आप भी किसी ऐसे ठगों के संपर्क में तो नहीं है जो आपको सरकारी योजनाओं से पैसा दिलाने के सब्जबाग दिखा रहे हों। विदेशी कंपनी के अरबों रुपए अपने खाते में दिखाकर सरकारी योजनाओं से लोन दिलाने का झांसा देने वाले गिरोह का सरगना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार आरोपियों द्वारा कांग-डीए-एक्सएलए हेल्थकेयर लि, कांग-डीए-एक्सएलए इन्टरनेशनल लि, कांग-डीए-एक्सआईए इंटरनेशनल स्टूडियो प्रालि, इंटरनेशनल बुद्धिज़्म फाउंडेशन, स्वर्ण भूमि इंटरनेशनल बुद्धिज़्म फाउंडेशन आदि के नाम से फर्जी संस्थाएं खोली गई थी। गिरोह के सरगना कि कृष्णकांत से पूछताछ में पता चला कि उसने अपने आठ साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2020 में ज्वालापुर क्षेत्र में इंटरनेशनल बुद्धिज़्म फाउंडेशन नाम की कंपनी खोली थी, जिसमें वो लोगों को बैंक और सरकारी योजनाओं से लोन दिलाने के नाम पर फीस वसूलते थे।
आरोपी कन्याधन, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, बेरोजगार पेंशन, बच्चों की पढ़ाई का लोन, बेटी की शादी के नाम पर बैंक और सरकारी योजनाओं से लोन दिलाने के लिये अपनी कंपनी में रजिस्ट्रेशन करने को कहते थे और इसके लिए 300, 500, 600 रुपए की फीस की रसीद देते थे। वे लोगों को ये झांसा देते थे कि रजिस्ट्रेशन करने पर 1 साल बाद उनका 2 लाख रुपये का लोन पास हो जाएगा।
आरोपी फीस की रकम कम लेते थे, जिससे काम न होने पर पीड़ित व्यक्ति शिकायत नहीं करते थे, लेकिन बहुत से व्यक्तियों से फीस लेने से बड़ी रकम जमा हो जाती थी। वे लोगों को अपनी कंपनी के माध्यम से विदेशी कंपनी में निवेश करने पर एकमुश्त 35 से 40 प्रतिशत प्रतिवर्ष ब्याज का लालच देते थे और उसके अगले साल कुल रकम पर 45 प्रतिशत ब्याज चुकाने का झांसा देते थे। इसकी एक एफडी बनाकर भी दी जाती थी। आरोपी के बैंक विवरण के विश्लेषण में ज्ञात हुआ कि विभिन्न पीड़ितों द्वारा 25 लाख रुपए का लेनदेन किया गया है। आरोपी और उसके साथियों द्वारा नकद या बैंक द्वारा कितनी धनराशि ठगी गई है। इसके बारे में पता किया जा रहा है।
आरोपी व उसके साथियों के विरुद्ध पूर्व में उत्तर-प्रदेश के जनपद सहारनपुर में थाना नागल तथा सदर बाजार में मुकदमा पंजीकृत हुआ था, जिसमें कृष्णकांत के साथ उसके अन्य सात साथी अमित निवासी मोहनपुर सहारनपुर, अक्षय निवासी शेखपुरा कदीम सहारनपुर, अंकित कुमार निवासी बहादरपुर जट हरिद्वार, अनुज कुमार सहारनपुर, सुरेश कुमार देवबंद सहारनपुर, राजू भाटिया देवबंद सहारनपुर, शेरपाल चौहान हरिद्वार के नाम थे। हरिद्वार की कोतवाली गंगनहर में भी अभियोग पंजीकृत है। इसके अन्य साथी अभी जेल में हैं। गिरफ्तार किया गया अभियुक्त कृष्णकांत अभी जमानत पर था। जमानत पर रहते हुए आरोपी बाज नहीं आया और फिर इस तरह की ठगी के काम में जुट गया था। अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।