हरिद्वार। उत्तराखंड में हाल में संपन्न हुए कांवड़ मेले में हुड़दंगियों की तरफ से किए संपत्तियों के नुकसान की समीक्षा शुरू हो गई है। हुड़दंगियों ने जिन संपत्तियों को तोड़ा, उसके नुकसान की भरपाई अब उन्हें ही करनी होगी। इसके लिए पुलिस ने तोड़फोड़ करने वाले कांवड़ियों की पहचान शुरू कर दी है। इसके लिए क्षतिग्रस्त संपत्तियों के संबंधित थानों से नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
बता दें कि उत्तराखंड के अलग-अलग शहर के साथ-साथ यूपी के भी कई जिलों में भी कुछ कांवड़ियों ने काफी उत्पात मचाया था। कांवड़ियों के भेष में हरिद्वार, ऋषिकेश और भगवानपुर में भी कुछ उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया था, जिसके कई वीडियो भी सामने आए थे। रुड़की का एक वीडियो भी काफी वायरल हुआ था, जिसमें कुछ कांवड़ियों ने ई-रिक्शा में तोड़फोड़ की थी। ऐसे कांवड़ियों पर अब पुलिस कार्रवाई करने जा रही है, ताकि भविष्य में इस तरह की हरकत करने से पहले ये लोग सोचे।
कांवड़ियों के भेष में उपद्रव मचाने वाले लोगों की पुलिस लिस्ट तैयार करने में लगी हुई है। उपद्रवियों की पहचान करने के लिए सबसे पहले पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है। इसके बाद आरोपियों की एक लिस्ट तैयार की जाएगी और फिर आखिर में पुलिस उन पर कार्रवाई करेंगी।
हरिद्वार, टिहरी और देहरादून जिले की पुलिस अन्य राज्यों की पुलिस से संपर्क कर उपद्रवी कांवड़ियों को नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है। अकेले हरिद्वार जिले में कांवड़ियों के हंगामा करने के 11 से ज्यादा मुकदमे दर्ज है, जिसमें 50 से ज्यादा कांवड़ियों पर कार्रवाई हो सकती है। टिहरी जिले के मुनिकी रेती थाने समेत ऋषिकेश, हरिद्वार और रुड़की समेत प्रदेश के अन्य थानों में अभीतक कांवड़ यात्रा के दौरान मारपीट और तोड़फोड़ के 12 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए है। जिसमें सबसे अधिक मामले हरिद्वार जिले के हैं। उत्तराखंड पुलिस ने कांवड़ यात्रा के दौरान हंगामा और उत्पात मचाने के आरोप में 9 लोगों को गिरफ्तार भी किया था। वहीं नियम विरुद्ध गाड़ी चलाने के कारण 180 वाहनों को सीज भी किया था। सबसे ज्यादा कार्रवाई हरिद्वार जिले में हुई थी।
हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ कांवड़ियों ने हरिद्वार, मंगलौर और रुड़की में तोड़फोड़ की थी। ऐसे करने उन्होंने सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। ऐसे लोगों को नोटिस भेजा रहा है, ताकि उनसे नुकसान की भरपाई की जा सके। गढ़वाल आईजी केएस नगन्याल ने भी उपद्रवी कांवड़ियों पर कार्रवाई को लेकर जिले के पुलिस प्रभारियों को निर्देश जारी किए है। आईजी केएस नगन्याल ने बताया कि उत्तराखंड पुलिस की इस बारे में अन्य राज्यों की पुलिस के साथ भी बैठक हो चुकी है।