देहरादून। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में बादलों का डेरा है और निचले इलाकों में भी आंशिक बादल मंडरा रहे हैं। हिमालय की चोटियों में ताजा हिमपात के कारण निचले इलाकों में भी पारे में कमी आ गई है। हालांकि, ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने जानकारी दी कि पांच नवंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड के मौसम को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने बताया कि 4 नवंबर की रात से पर्वतीय जिलों के कुछ क्षेत्रों में कहीं हल्की वर्षा और 4 हजार मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर जिलों मे हल्की वर्षा हो सकती है।
इसके अलावा 4000 या उससे अधिक मीटर की ऊंचाई पर स्थित क्षेत्रों मे बफर्बारी की संभावना है। 6 नवंबर के बाद से उत्तराखंड में मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा। इन दो दिनों में आकाशीय बिजली चमकने के साथ बरसात होने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि बारिश और बफर्बारी होने से विशेषकर पर्वतीय जिलों में ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है। इधर मौसम विभाग ने मैदानी इलाकों में कोहरा छाने की भी संभावना जताई है, जिससे सामान्य तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
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