देहरादून। चारधामों के शीतकालीन गद्दीस्थलों की यात्रा को बढ़ावा देने के लिए शीतकालीन चारधाम यात्रा शुरू की जा रही है। शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए ज्योति पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के सानिध्य में 16 दिसंबर से शीतकालीन पूजा स्थल तीर्थयात्रा शुरू होगी। सात दिवसीय इस यात्रा का समापन 22 दिसंबर को शंकराचार्य आश्रम हरिद्वार में होगा।
शीतकालीन यात्रा के लिए पंजीकरण 30 नवंबर से शुरू किए जाएंगे। पंजीकरण 10 दिसबंर तक किए जाएंगे। बता दें कि देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले यात्री शीतकालीन चारधाम यात्रा के लिए अपना पंजीकरण ज्योतिर्मठ सेवालय में करवा सकते हैं। बैठक का संचालन करते हुए डा. बृजेश सती ने बताया कि पंजीकरण के लिए यात्री 9670296702, 7895464659, 9568805200, 9670296702, 7895464659 पर संपर्क कर सकते हैं।
आपको बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले में स्थित उखीमठ में ओंकारेश्वर मंदिर भगवान केदारनाथ (भगवान शिव) का शीतकालीन निवास स्थान है। शांति और आध्यात्मिकता पसंद लोगों के लिए ये अति उत्तम स्थान है। सर्दियों के दौरान जब बद्रीशपुरी बर्फ की चादर ओढ़ लेती है तो तब भगवान बद्रीनारायण पांडुकेश्वर स्थित योग-ध्यान बद्री मंदिर और जोशीमठ स्थित नृसिंह बद्री मंदिर में अपने भक्तों को दर्शन देते हैं।
ये है कार्यक्रम..
- स्वामी अवि मुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के सानिध्य में तीर्थ यात्रियों का दल 16 दिसंबर को हर की पैड़ी में गंगा पूजन के बाद मां यमुना के शीतकालीन पूजा स्थल खरसाली पहुंचेगा।
- 17 को धनारी में रात्रि विश्राम होगा।
- 18 को यात्रा दल मां गंगा के शीतकालीन पूजा स्थल मुखवा पहुंचेगा।
- 19 को केदारनाथ शीतकालीन पूजा स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में पूजा अर्चना के बाद 20 को यात्रा नृसिंह मंदिर ज्योतिर्मठ और पांडुकेश्वर के बाद रात्रि प्रवास को ज्योर्तिमठ में पहुंचेगा।
- 21 को यात्रा दल कमलेश्वर मंदिर में दर्शन के बाद शंकराचार्य आश्रम पहुंचेगी।
- 22 को यात्रा का विधिवत समापन होगा।