देहरादून। विधानसभा से बर्खास्त कार्मिकों के धरना प्रर्दशन के 46 वें दिन एक महिला कार्मिक दीप्ति पांडे का स्वास्थ्य अचानक ज्यादा बिगड़ने के कारण उसे सीएमआई अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज कर रहे चिकित्सकों के अनुसार स्वास्थ्य बिगड़ने का कारण मानसिक तनाव बताया जा रहा है।
वहीं इस प्रकार के माहौल से धरना कर रहे कार्मिकों में आक्रोश बढ़ गया, वहीं महिला कार्मिकों द्वारा विधानसभा को चेतावनी दी गई कि अगर अतिशीघ्र उनकी मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन को और भी तेज एवं उग्र किया जायेगा। कार्मिकों ने कहा कि उन्हें धरना देते हुए 46 दिन हो गए हैं, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अबतक कोई सुध नहीं ली गई। बर्खास्त कार्मिकों का स्पीकर से प्रश्न है कि आखिर उनका दोष क्या था, किस गलती की उनको एकपक्षीय सजा दी गईं, उनके साथ ऐसा अन्याय स्पीकर ने क्यों किया जबकि राज्य गठन से नियुक्ति प्रक्रिया एक सी है। कार्मिकों का कहना है कि ऐसा निर्णय ले कर उन्होंने कौन सा न्याय किया है यह सभी की समझ से परे है। कार्मिकों ने कहा की ऐसी परिस्थिति में विधानसभा अध्यक्ष को ठंडे दिमाग एवं विवेक से सोचना ही पड़ेगा।
इस दौरान कार्मिकों ने विभिन्न कर्मचारियों के संगठनों से अपील भी की है कि उनका समर्थन करें। इस दौरान गिरीश सिंह, कविता फर्त्याल, भगवती साहनी, गोपाल नेगी, मनीष भगत, राहुल पांडे, सुशील, प्रदीप भंडारी, कैलाश अधिकारी, राहुल शर्मा, सुंदर सिंह, मुकेश पंत, सरोज, सोनम गोस्वामी, अनिल, राहुल कुमार सहित समस्त बर्खास्त कार्मिक उपस्थित रहे।