बेंगलुरु। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी के पोते और जेडीएस के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के मुश्किले बढ़ती जा रही है। कर्नाटक सरकार ने रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। रेवन्ना पर आरोप है कि उन्होंने कई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न किया और अब वह जर्मनी में हैं।
कर्नाटक के गृह मंत्री परमेश्वर ने कहा कि रेवन्ना को मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम के समक्ष तुरंत पेश होना चाहिए। उन्होंने ऐसा संकेत दिया कि अगर वह ऐसा करते तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। इससे पहले, विशेष जांच टीम ने उनके समक्ष पेश होने के लिए सात दिन का समय बढ़ाने के उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था।
कर्नाटक सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने 33 वर्षी प्रज्वल रेवन्ना और उनके पिता को पूछताछ के लिए पेश होने के लिए समन जारी किया था। इस समन पर रेवन्ना ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि वह बेंगलुरु में नहीं हैं और जल्द ही इस मामले की सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने कहा था कि मैं पूछताछ में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं, इसलिए मैंने अपने वकील के माध्यम से सीआईडी बेंगलुरु को सूचित कर दिया है।
बता दें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना अश्लील वीडियो मामले में आरोपों में घिरे हुए हैं। हासन सीट से सांसद रेवन्ना पर यौन शोषण, सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, धमकाने और साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप हैं। जांच पूरी होने तक पार्टी से उनको सस्पेंड कर दिया गया है।
मंत्री परमेश्वर ने इस मामले में कहा है कि प्रज्वल रेवन्ना और एचडी रेवन्ना पेश होना ही होगा। अगर वे पेश नहीं होते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं इस मामले में प्रज्वल रेवन्ना के वकील अरुण जी ने पहले कहा था कि मामले में कई पहलू हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उन्हें जांच में सहयोग करने के लिए 7 दिन चाहिए। मुझे लगता है कि सात दिन का समय देने से जांच में कोई गंभीर दिक्कत नहीं आनी चाहिए। वकील ने दावा किया कि प्रज्वल ने कहा कि वीडियो बदले गए हैं।
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