कुछ तो है…
- उत्तराखंड कैडर के तीन आईएएस और आईपीएस अफसरों के सगे-संबंधियों पर केस दर्ज
- देवभूमि के प्रशासनिक हलकों में मची खलबली तो सियासी हलकों में उठ रहे सवाल
- कांग्रेस ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग करके सरकार पर बनाया नैतिक दबाव
देहरादून। नोएडा में हुए करोड़ों रुपये के चर्चित भूमि घोटाले में उत्तराखंड कैडर के तीन नौकरशाहों के सगे-संबंधियों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद उत्तराखंड की सियासत में जबर्दस्त खलबली मच गई है। प्रदेश कांग्रेस ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई है। इधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मामला हमारे प्रदेश से बाहर का है, लेकिन प्रदेश का कुछ भी मामला होगा तो सरकार उचित कार्रवाई करेगी।
गौरतलब है कि नोएडा प्रशासन ने भूमि घोटाले की जांच में मुख्य आरोपी यशपाल तोमर और एक महिला समेत नौ लोगों को खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि एक आरोपी उत्तराखंड में तैनात एक आईएएस अधिकारी के ससुर, दूसरे आईएएस अधिकारी के पिता और एक अन्य आरोपी आईपीएस अधिकारी की संबंधी बताई जा रही है।
भूमि घोटाले की जांच की आंच उत्तराखंड पहुंचने के बाद प्रशासनिक हलकों में हलचल दिख रही है तो सियासी हलकों में गर्माहट पैदा हो गई है। कांग्रेस ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग करके सरकार पर नैतिक दबाव बनाने का प्रयास शुरू कर दिया है। इधर नौकरशाही में इस मसले को लेकर जबर्दस्त चर्चा है। हालांकि मीडिया भी प्रदेश सरकार के रुख को भांपने की कोशिश करता रहा।
प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री से मीडिया कर्मियों ने इस संबंध में सवाल पूछा कि तीन नौकरशाहों के सगे संबंधियों के नाम सामने आ रहे हैं, इस पर सरकार क्या कार्रवाई कर रही है? धामी ने कहा कि यह मामला हमारे प्रदेश से बाहर का है। जो भी कानूनी प्रक्रिया है, वहां हो रही है। कानून अपना काम करेगा। यदि हमारे प्रदेश का कुछ मामला होगा तो हम भी उचित कार्रवाई करेंगे।