चमोली। उत्तराखंड में बारिश के कारण दुश्वारियों का सिलसिला जारी है। प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भूस्खलन के कई मार्ग बाधित हो गए हैं, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं चमोली जिले में मंगलवार रात को बारिश ने तबाही मचा दी है। जगह जगह भूस्खलन हुआ है। जनपद से 19 सड़कें मलबा आने से बंद हैं। कर्णप्रयाग सुभाष नगर पैदल मार्ग पर मलबा आने से बन्द हो चुका है। इसके अलावा कर्णप्रयाग से बदरीनाथ धाम तक हाईवे कई स्थानों पर भूस्खलन से मलबा आने पर बाधित हो गया।
वहीं पुरसाड़ी के पास हाईवे का एक बड़ा हिस्सा ढहने से पास बने पुल को खतरा पैदा हो गया है। एनएच के द्वारा हाईवे खोले जाने का काम शुरू कर दिया गया है। बदरीनाथ हाईवे कर्णप्रयाग के पास उमट्टा और लंगासू के पास भूस्खलन से बाधित चल रहा है। हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई है। कर्णप्रयाग बदरीनाथ नेशनल हाईवे उमट्ठाधार के पास पहाड़ी से मलबा आने से दो पोकलैंड मशीन दब गई हैं।
चमोली कोतवाली प्रभारी कुलदीप सिंह रावत ने बताया कि पुरसाड़ी के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा टूट कर गिर गया है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए उस स्थान पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं और संबंधित विभाग को सूचित किया गया है।
वहीं यमुनोत्री धाम से लगे गीठ ओजरी पट्टी में रातभर भारी बारिश से यमुना नदी के साथ सहायक नदी नाले उफान पर आने से राना गांव में सड़क का पानी और मलबा लोगों के घरों में घुस गया। घरों में मलबा घुसने से ग्रामीण दहशत में रातभर बाहर रहे।