प्रियंका चोपड़ा स्टेट टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए बनाए जा रहे विज्ञापनों में दिखाई देंगी। यह पहली बार है जब असम सरकार ने राज्य को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में प्रमोट करने के लिए प्रियंका चोपड़ा के दर्ज वाली सेलेब्रिटी को चुना है। अपनी नई भूमिका के लिए प्रियंका चोपड़ा यहां पहुंची। उन्होंने खुद को ब्रांड एंबेसडर बनाने पर खुशी व्यक्त की है। प्रियंका ने असम को लेकर अपने अनुभवों को शानदार बताते हुए कहा कि वह राज्य को विश्व स्तर पर दिखाने के लिए सबकुछ करेंगी।
प्रियंका चोपड़ा ने राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच असम में टूरिज्म की संभावनाओं को लेकर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने राज्य के पर्यटन का ब्रांड एंबेसडर बनने के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए प्रियंका चोपड़ा को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रियंका के प्रभामंडल और कल्ट से राज्य का पर्यटन नई ऊंचाईयों को छूएगा। असम के पर्यटन मंत्री हेमंत बिश्वास ने कहा कि अगले साल राज्य के टूरिज्म बजट को 100 करोड़ से बढ़ाकर 450 करोड़ किया जाएगा।
प्रियंका चोपड़ा मशहूर कामाख्या मंदिर गई। उन्होंने इसे अविश्वसनीय बताते हुए कहा कि मां कामाख्या का आशीर्वाद लेना बहुत अच्छा था। मैं बहुत खुश हूं कि मेरा साल इसके साथ समाप्त हुआ और इसके साथ शुरू करूंगी। मैं खुश हूूं कि असम ने मुझे ब्रांड एंबेसडर चुना। प्रियंका ने कहा कि असम डायवरसिटी का परफेक्ट उदाहरण है। प्रियंका ने पूछा, यहां के पेड़ इतने हरे कैसे हैं और यहां के लोग इतने खुश कैसे हैं। नॉर्थईस्ट के बारे में प्रियंका ने कहा कि यह देश का सर्वोच्च आभूषण है। प्रत्येक राज्य के पास अपना एसेंस है।
प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि गैंडे देखना उनका सपना था और मंत्रीजी ने इस संबंध में उन्हें भरोसा दिलाया है। जब प्रियंका से बाढ़ और उग्रवाद को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ध्यान सही मसलों पर होना चाहिए। असम और उत्तर पूर्व के सच्चे एसेंस को भारत में पूरी तरह से एप्रिसिएट नहीं किया गया है। दुनिया इसके बारे में ज्यादा नहीं जानती है लेकिन मैं असम की डायवर्सिटी के अविश्वसनीय हिस्से और एकता को सही परिप्रेक्ष्य में दुनिया के सामने रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मेरा जन्म असम में नहीं हुआ है लेकिन मैं भारतीय हंू। मुझे भारतीय होने पर गर्व है। असम भारत का हिस्सा है और मैं इस राज्य का उतना ही हिस्सा हूं जितना अन्य राज्य की। मैं असम को डिसकवर करने और इसे दुनिया को दिखाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।