करीब छह साल पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सारथी बन उन्हें भट्टा परसौल में अपनी बाइक से घुमाने वाले कांग्रेस नेता धीरेंद्र सिंह बीजेपी में शामिल हो गए। 2011 में राहुल गांधी किसानों के समर्थन में भट्टा परसौल प्रदर्शन के लिए पहुंचे थे। उस वक्त कांग्रेस समर्थक रहे धीरेंद्र सिंह ने उन्हें अपनी बाइक पर बैठा कर दौरा कराया था। हालांकि, इस प्रदर्शन के दौरान किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प के बाद धीरेंद्र सिंह गिरफ्तार भी कर लिए गए थे।
धीरेंद्र के मुताबिक पार्टी में कामकाज ठीक तरीके से नहीं हो रहा है। इसके कारण उसने पार्टी छोड़ी। वह कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कैम्पेन से भी खासे नाराज लगे। राहुल गांधी भट्टा परसौला में किसानों को समर्थन में विरोध के लिए पहुंचे थे। उस वक्त यूपी में मायावती की सरकार थी।
धीरेंद्र का कहना है कि कांग्रेस के साथ किसान पहले इसलिए खड़े थे क्योंकि पार्टी ने उनके लिए काम किया था। उन्होंने आगे कहा, ”हम किसानों से जुड़े मुद्दों के लिए लड़ते रहे हैं। जमीन अधिग्रहण के खिलाफ आवाज उठाई।
उन्होंने कई वरिष्ठ नेताओं से किसानों के मुद्दों को लेकर बात करनी चाहिए लेकिन दिल्ली में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है।” प्रशांत किशोर की नियुक्ति पर नाराजगी जताते हुए धीरेंद्र ने कहा कि उनकी टीम के यंग वॉलिंटियर पार्टी के सीनियर मेंबर्स को आदेश दे रहे हैं।
धीरेंद्र सिंह का कहना है कि वह कांग्रेस की नाकामियों की वजह से दुखी हैं। हालांकि, उन्होंने इसके लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार नहीं माना। उनका मानना है कि राहुल गांधी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन उनके आसपास के लोग उन्हें हमेशा मिसगाइड करते रहे हैं।