देहरादून। उत्तराखंड में अतिक्रमण हटाओ की आड़ में छोटे व्यवसायियों और युवाओं को बेरोजगार किए जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने एक घंटे का मौन उपवास रखा।
हरीश रावत ने सरकार पर दलितों के खिलाफ असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। बता दें हरीश रावत ने कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा। जिसमें दलित उत्पीड़न, महिला उत्पीड़न, अतिक्रमण और ट्विन सिटी के नाम पर किसानों की जमीन हड़पने जैसे मुद्दे शामिल थे। हरीश रावत ने कहा प्रदेश सरकार अतिक्रमण हटाने के नाम पर अंधाधुंध चिन्हीकरण कर रही है। राज्य के हजारों लोगों के आवास और आजीविका बचाने में सरकार असफल रही है। ट्विन सिटी के नाम पर डोईवाला और हल्द्वानी में किसानों की बहुमूल्य भूमि का अधिग्रहण करने का काम किया जा रहे है। इसके अलावा बेलड़ा में पीड़ित दलित परिवार को मुआवजा और न्याय न दिलवाने पर सरकार का विरोध किया।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा की भाजपा सरकार में दलितों का उत्पीड़न चरम पर है और सरकार इस दिशा में कोई काम नहीं कर पा रही है। माहरा ने कहा कि सरकार को चाहिए था कि आम जनता के सुध ली जाए उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए। बजाए इसके सरकार उनके उत्पीड़न करने का काम कर रही है।